अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन के तहत बिहारशरीफ प्रखंड स्थित पावापुरी रोड स्टेशन के पास विजवनपर रेलवे ओवरब्रिज के समीप बने फाटक को मंगलवार को पुलिस बल की मौजूदगी में रेलवे अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया गया। इस निर्णय से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है।

फाटक को स्लैब और लोहे के गाटर लगाकर वेल्डिंग कर बंद कर दिया गया, जिससे विजवनपर गांव चार हिस्सों में विभाजित हो गया है। इससे ग्रामीणों को सामान्य आवाजाही के लिए भी आठ किलोमीटर तक की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। पावापुरी रोड स्टेशन पर जाने वाले यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति की जानकारी मिलने पर नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और रेलवे अधिकारियों से बात की। उन्होंने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर अस्थायी रूप से फाटक को खोलने और समाधान तक स्थिति यथावत रखने की बात की। लेकिन सांसद के जाने के बाद बिहारशरीफ अनुमंडल पदाधिकारी ने पुनः फाटक बंद करा दिया, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया।
पुलिस ने बढ़ते आक्रोश को देखते हुए बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया। क्षेत्र में पुलिस छावनी का माहौल रहा। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि बिना अंडरपास या वैकल्पिक मार्ग के इस तरह फाटक बंद करना प्रशासन की तानाशाही है।
इस निर्णय से देवीसराय, किसानबाग, कोरई, पचौरी, तुंगी समेत दो दर्जन से अधिक गांवों के लगभग 30 हजार लोग प्रभावित हो गए हैं। स्थानीय लोग अब आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं और जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं।
सांसद ने भरोसा दिया है कि इस मुद्दे का शीघ्र समाधान किया जाएगा, लेकिन फिलहाल आमजन को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।