अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।पर्यटन नगरी राजगीर इन दिनों अव्यवस्था और कुप्रबंधन का बड़ा उदाहरण बनती जा रही है। शहर की सड़कों और गलियों में मनमानी खुदाई का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बगैर किसी समन्वय और ठोस योजना के जहां-तहां सड़कों की खुदाई कर दी जा रही है, जिससे शहर की सड़कें बदहाल हो चुकी हैं और नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
योजना के अनुसार, सड़कों के एक तरफ पानी और गैस की पाइपलाइन और दूसरी तरफ टेलीफोन व बिजली की केबल होनी चाहिए थी। लेकिन राजगीर में इसका पालन कहीं नहीं हो रहा है। जिसे जब और जहां मन हो, सड़कों की खुदाई कर रहा है और इसे रोकने वाला कोई नहीं है।
बार-बार खुदाई से बिगड़ रहा जनजीवन
पहले टेलीफोन केबल बिछाने के नाम पर पूरे शहर को खोद डाला गया। फिर ‘हर घर नल-जल योजना’ के लिए सड़कों और गलियों की खुदाई की गई। अभी इन सड़कों की मरम्मत भी ठीक से नहीं हो पाई थी कि अब अडानी गैस पाइपलाइन बिछाने के नाम पर फिर से खुदाई शुरू कर दी गई है।
इस बार की खुदाई से न केवल नल-जल योजना की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो रही है, बल्कि सीवरेज व्यवस्था भी चरमरा गई है। कई जगह पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई है, सड़कों पर गंदा पानी बहने लगा है और जगह-जगह बने गड्ढों से हादसों का खतरा लगातार बना हुआ है।
नागरिकों में नाराजगी
शहरवासियों का कहना है कि विभागों के बीच कोई तालमेल नहीं है। एक परियोजना पूरी भी नहीं होती कि दूसरी योजना शुरू कर दी जाती है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि खुदाई के बाद सड़कों की मरम्मत समय पर नहीं कराई जाती, जिससे परेशानी और बढ़ जाती है।
गांधी टोला, दांगी टोला और माली टोला की स्थिति सबसे बदतर है। यह विडंबना ही है कि इन्हीं इलाकों में राजगीर के विधायक कौशल किशोर का पैतृक घर और पूर्व राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य सहित कई प्रमुख लोगों के आवास भी स्थित हैं।
स्थानीय नागरिक सत्येन्द्र कुमार आर्य, सुधीर कुमार मालाकार, वार्ड पार्षद डॉ. अनिल कुमार, समाजसेवी अशोक राय, उपेन्द्र कुमार विभूति, युवा नेता गोलू यादव, डॉ. कौलेश कुमार समेत अन्य लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में कोई भी खुदाई कार्य समन्वित योजना के तहत हो और मरम्मत तत्काल कराई जाए, ताकि राजगीर की सुंदरता और जनजीवन सुरक्षित रह सके।
नगर परिषद की प्रतिक्रिया
इस मामले में नगर परिषद राजगीर के कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार ने कहा कि शहर में गैस पाइपलाइन बिछाने और रोड कटिंग की अनुमति नगर परिषद से किसी के द्वारा नहीं ली गई है। मामला संज्ञान में आया है। संबंधित एजेंसी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।