आपदा प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन पर छात्रों को दी गई व्यवहारिक और तकनीकी जानकारी

Written by Sanjay Kumar

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छात्रों ने लिया क्लाइमेट चैम्पियन बनने का संकल्प

अपना नालंदा संवाददाता
हरनौत ।जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव और प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए मिजेरियर जर्मनी के सौजन्य से एवं स्वराज विकास संघ, मधुबनी (घोघरडीहा प्रखंड) के तत्वावधान में एक निजी विद्यालय में स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं समाज को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न खतरों—जैसे असमय वर्षा, अत्यधिक गर्मी, बज्रपात, बाढ़, सूखा और भूकंप—से बचाव के प्रति जागरूक करना था।

विद्यालय के प्राचार्य फादर असित लाकड़ा ने जलवायु परिवर्तन से संबंधित विभिन्न जानकारियाँ साझा कीं। पटना से आए प्रशिक्षक श्रवण कुमार ने विद्यार्थियों को भूकंप, अगलगी, ठनका, लू जैसी आपदाओं से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियाँ और व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।

डॉ. अजय झा ने जलवायु परिवर्तन के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी और उनसे बचाव के उपाय बताए। उन्होंने वृक्षारोपण को जरूरी बताते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

इस दौरान छात्रों को CPR, हृदयाघात जैसी आपात स्थितियों से निपटने की तकनीकी जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में आपदा से संबंधित लघु फिल्में भी दिखाई गईं, जिससे छात्रों को व्यावहारिक रूप से आपदा से बचने की सीख मिली।

बाद में एक अन्य विद्यालय में भी इसी तरह का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ, जहाँ छात्राओं को ठनका, अगलगी और भूकंप जैसी आपदाओं से बचाव के लिए फिल्म के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।

समाजसेवी दीपक कुमार और पर्यावरण स्वास्थ्य सहेली मोनी कुमारी ने इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को समाज हित में आवश्यक बताया और संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों एवं विद्यालय परिवार ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने और क्लाइमेट चैम्पियन बनने का संकल्प लिया।

मौके पर प्राचार्य नागेन्द्र कुमार, क्लस्टर कोऑर्डिनेटर सुनील कुमार, वूमेन हेल्थ फैसिलिटेटर अंजू रेमी, पूजा कुमारी समेत कई अन्य शिक्षक और गणमान्य लोग उपस्थित थें।

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