संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा) |शहर की जनसमस्याओं और विकास कार्यों को लेकर प्रबुद्ध नागरिक मंच, बिहारशरीफ की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर 8 सूत्रीय मांगों का स्मार पत्र सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मंच के संयोजक जाहिद अंसारी ने किया।

प्रतिनिधिमंडल में शिव सत्य प्रभाकर, सरफराज ए. खान, अनिल पटेल (अधिवक्ता) और सत्येन्द्र कृष्णम (अधिवक्ता) शामिल थे। प्रतिनिधियों ने कहा कि मंच लंबे समय से प्रशासन के साथ समन्वय में कार्य करता आ रहा है और समय-समय पर जनहित से जुड़े सुझाव प्रस्तुत करता रहा है।
मंच द्वारा सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि
प्रेस क्लब भवन का उपयोग शुरू किया जाए: आनंद मार्ग स्थित 2100 वर्गफुट में वर्ष 2015 में 75 लाख रुपये की लागत से निर्मित दो मंजिला प्रेस क्लब भवन अभी तक अनुपयोगी पड़ा है, जिसे अविलंब उपयोग में लाया जाए।
सम्मानजनक धरना स्थल की व्यवस्था: लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता को अपनी बात कहने के लिए एक उपयुक्त स्थान आवश्यक है। इसके लिए एक सम्मानजनक स्थल निर्धारित किया जाए।
मछली मंडी के पास नाले का निर्माण: वर्षों से लंबित इस नाले के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। शीघ्र इसका निर्माण कराया जाए। मितू बस स्टैंड से नाला रोड तक की सड़क निर्माण: यह सड़क दो वर्षों से अधूरी है, जिसे वर्षा पूर्व प्राथमिकता पर पूरा किया जाए।
बांस दरवाजा-कलाली से वार्ड संख्या 37 व 39 की सड़क का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए।
स्मार्ट सिटी कार्यों की सुस्त गति पर चिंता: नाला निर्माण व अन्य कार्यों के तहत गड्ढे खोदकर महीनों तक छोड़ दिए जाते हैं, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी होती है। धूल से बचाव हेतु नियमित जल छिड़काव की भी मांग की गई।
मच्छर से बचाव हेतु नियमित फॉगिंग अभियान चलाया जाए।
उर्दू भाषा को नगर निगम में मान्यता मिले: उर्दू को बिहार की दूसरी राजभाषा का दर्जा प्राप्त है, अतः नगर निगम में उर्दू में लिखे आवेदन स्वीकार किए जाएं और कार्यालयों में उर्दू बोर्ड लगाए जाएं। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत उर्दू विद्यालयों में उर्दू में साइनबोर्ड भी लगाए जाएं।
मंच ने यह भी आशा व्यक्त की कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में यह ऐतिहासिक मांगें उनके कार्यकाल में ही पूरी होंगी।




