साइबर ठगी पर नकेल कसने को पुलिस की अनोखी पहल, युवाओं को दिला रही होमगार्ड बहाली की तैयारी

Written by Subhash Rajak

Published on:

आर संतोष भारती
कतरीसराय (अपना नालंदा)।कतरीसराय थाना क्षेत्र को साइबर ठगी के कलंक से मुक्त कराने के लिए पुलिस लगातार नई पहल कर रही है। सोशल मीडिया, ध्वनि विस्तारक यंत्रों और घर-घर जागरूकता अभियान के बाद अब पुलिस युवाओं को सही दिशा में मोड़ने के लिए उन्हें रोजगार से जोड़ने की दिशा में काम कर रही है।

थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस विशेष अभियान के तहत पढ़े-लिखे युवाओं को सेना, पुलिस और होमगार्ड की भर्ती के लिए तैयार किया जा रहा है। पुलिस कर्मी खुद गांव-गांव जाकर युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं, ताकि उन्हें साइबर ठगी के दलदल से बाहर निकालकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।

इसी क्रम में कटौना गांव के खेल मैदान में सामूहिक दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों से करीब 300 युवक उपस्थित हुए और 150 युवाओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया। इस दौरान युवाओं को दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंक और जरूरी दस्तावेजों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में बताया गया कि फिजिकल टेस्ट में प्रत्येक भाग में अधिकतम 5 अंक और कुल 15 अंक निर्धारित हैं।

इस आयोजन का उद्देश्य है कि बिहार गृह रक्षा वाहिनी (होमगार्ड) की आगामी बहाली प्रक्रिया, जो 31 मई से 14 जुलाई 2025 तक नालंदा जिले में चलेगी, उसमें थाना क्षेत्र के अधिक से अधिक युवाओं का चयन हो सके।

इस कार्यक्रम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर सुनील कुमार, गिरियक के अंचल निरीक्षक मनीष भारद्वाज, मानपुर थानाध्यक्ष सुमन कुमार, गिरियक थानाध्यक्ष दीपक कुमार सहित क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी ने कहा कि कतरीसराय थाना क्षेत्र और आसपास के गांवों में साइबर ठगी एक लघु उद्योग का रूप ले चुका था। इसे जड़ से समाप्त करने के लिए पुलिस संकल्पित है। उन्होंने कहा, “भटके हुए युवाओं को सही मार्ग दिखाना और उन्हें राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनाना भी पुलिस का परम कर्तव्य है।”

Leave a Comment