अखिलेंद्र कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। राजगीर स्थित श्री जैन श्वेताम्बर धर्मशाला / नौलखा मंदिर में हुए लूटकांड का पुलिस ने महज छह घंटे में सफल उद्भेदन कर लिया है। इस सनसनीखेज घटना में मंदिर के मुख्य पुजारी के रिश्तेदार और धर्मशाला के कर्मचारी ही लूट की साजिश में शामिल पाए गए हैं।

इस संबंध में सोमवार को बिहारशरीफ में आयोजित एक प्रेस वार्ता में नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 19 मई की रात करीब 2:30 बजे राजगीर थाना प्रभारी के सरकारी मोबाइल पर सूचना मिली कि नौलखा मंदिर में हथियारबंद अपराधियों ने नाइट गार्ड और भंडारी को बंधक बनाकर दान पेटी लूट ली है। विरोध करने पर गार्ड पर धारदार हथियार से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। घायल गार्ड को इलाज के लिए पहले अनुमंडल अस्पताल राजगीर और फिर पटना के रूबन हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
जख्मी गार्ड के बयान के आधार पर राजगीर थाना कांड संख्या 271/25, दिनांक 19.05.2025, धारा 310(2), 311 बीएनएस के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने तकनीकी व मानवीय सूचनाओं के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से महज छह घंटे में पूरे कांड का उद्भेदन कर लिया। इस दौरान कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल:
- परमीत तिवारी – मुख्य पुजारी का नाती, वर्तमान में धर्मशाला में कार्यरत।
- वीनीत कुमार – मुख्य पुजारी का भतीजा, वर्तमान में धर्मशाला में कार्यरत।
- बचन उपाध्याय – सहायक सुपरवाइजर, श्री जैन श्वेताम्बर धर्मशाला।
- कन्हैया कुमार – निवासी अपसढ़, थाना वारिसलीगंज, जिला पटना तथा एक अन्य आरोपी हैं
बरामद सामान में शामिल:
दान पेटी से लूटी गई राशि: ₹8,05,090/-,एक देसी पिस्तौल,दो जिंदा कारतूस (315 बोर),11 जिंदा कारतूस (7.65 mm),घटना में प्रयुक्त TVS मोटरसाइकिल (BR27U3016),घटना के समय पहने गए कपड़े,तीन मोबाइल फोन तथा खून लगे लोहे का दबिया/चाकू।
एफएसएल (FSL) टीम और स्वान दस्ता ने मौके का निरीक्षण किया। छापेमारी टीम में राजगीर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, राजगीर के अंचल निरीक्षक संजय कुमार, गिरीयक के अंचल निरीक्षक मनीष भारद्वाज, राजगीर थानाध्यक्ष रमन कुमार, जिला आसूचना इकाई प्रभारी आलोक कुमार, और विभिन्न थानों के थानाध्यक्ष समेत कुल 14 से अधिक पुलिस पदाधिकारी एवं महिला/पुरुष सशस्त्र बल शामिल थे।
एसपी भारत सोनी ने मामले के त्वरित उद्भेदन के लिए पूरी पुलिस टीम को बधाई देते हुए कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़े स्थलों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।