आर संतोष भारती
कतरीसराय (अपना नालंदा)। लंबे समय से साइबर ठगी के मामलों को लेकर बदनाम हो चुके कतरीसराय थाना क्षेत्र में अब इस काले धंधे को रोकने के लिए पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह और कतरीसराय थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी ने पुलिस बल के साथ कतरडिह गांव का दौरा किया।
अधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर साइबर ठगी में संलिप्त युवाओं और उनके अभिभावकों से व्यक्तिगत मुलाकात कर समझाइश दी। डीएसपी ने चेतावनी देते हुए कहा, “अब समय है कि आप लोग इस गलत राह को छोड़ दें। यदि नहीं सुधरे तो कानून का हाथ बहुत लंबा होता है, जहां भी होंगे, वहां से पकड़कर लाया जाएगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब तक साइबर ठगी से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त करने और नीलाम कराने की प्रक्रिया तेज की जाएगी। डीएसपी ने कहा कि इस अपराध से जुड़े परिवारों को भी इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा।
पुलिस अधिकारियों ने कतरडिह गांव के बाद स्थानीय डाकघर का भी निरीक्षण किया, जहां आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर साइबर ठगी से जुड़े संदिग्ध पार्सल की जांच की गई। डाकघर के पोस्टमास्टर और अन्य कर्मियों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई।

डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र के कई युवक फर्जी लोन, नकली पुरस्कार योजनाओं और प्रतियोगिता परीक्षाओं के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी करते हैं। इस प्रकार के अपराध पर लगाम लगाने के लिए अब पुलिस स्थानीय लोगों के सहयोग से सतत जागरूकता अभियान चला रही है।
उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि किसी भी अनजान लिंक या कॉल से सावधान रहें और ठगी की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। यह अभियान न केवल अपराध को रोकने की दिशा में प्रयास है, बल्कि युवाओं को सही मार्ग पर लाने का भी एक प्रयास है।