अपना नालंदा संवाददाता
थरथरी । तीन महीने के अंतराल के बाद मंगलवार की सुबह क्षेत्र में घना कुहासा छाया रहा, जिसे देखकर ग्रामीणों में हैरानी देखी गई। आमतौर पर ऐसा दृश्य सर्दी के मौसम, विशेष रूप से पूस माह में देखने को मिलता है, लेकिन अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में और वैशाख की शुरुआत में इस प्रकार का मौसम असामान्य माना जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीण नवल प्रसाद, रविन्द्र विनोद, मिथलेश यादव और दिनेश शर्मा ने बताया कि इस समय तापमान में बढ़ोतरी होती है और भीषण गर्मी का एहसास होता है, लेकिन मंगलवार की सुबह अचानक मौसम का रुख बदल गया और चारों ओर घना कुहासा छा गया।
कुहासे के कारण सड़कों पर वाहन धीमी गति से चलते नजर आए। बस और ट्रक चालकों को फॉग लाइट जलाकर वाहन चलाने पड़े। वहीं मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों, स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों और ट्यूशन जाने वाले बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
लगभग दस दिन पूर्व ही भीषण गर्मी की शुरुआत हो गई थी, ऐसे में अचानक ठंड जैसे मौसम ने लोगों को उलझन में डाल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले इस समय में ऐसा मौसम कभी नहीं देखा था।
इस मौसम परिवर्तन को लेकर चिकित्सकों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के मौसम में सर्दी, खांसी और बुखार जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने और मौसम के अनुसार खान-पान एवं वस्त्र पहनने की सलाह दी गई है।




