नालंदा में कुदरत का कहर: तेज आंधी और बारिश से 22 लोगों की मौत, जनजीवन अस्त-व्यस्त

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । गुरुवार का दिन नालंदा जिला के लिए काला दिन साबित हुआ। दोपहर करीब 40 से 45 मिनट तक चली तेज आंधी और बारिश ने जिले भर में भारी तबाही मचाई। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 22 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 21 लोगों की जान पेड़ या मलबे के नीचे दबने से गई है, जबकि एक व्यक्ति की मौत आकाशीय बिजली (ठनका) गिरने से हुई है।

खंडहर में पेड़ गिरने से टेनेट गढ़ के राकेश की मौत

नालंदा खंडहर परिसर में एक विशाल पीपल का पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गया, जिसकी चपेट में आने से खंडहर में तैनात गार्ड 28 वर्षीय राकेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। वह साहिल गांव निवासी थे।

मानपुर के नगमा गांव में पांच की मौत
मानपुर थाना क्षेत्र के नगमा गांव में देवी स्थान के पास एक पीपल का पेड़ अचानक दीवार पर गिर गया, जिससे वहां मौजूद पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।

गिरियक में बालक की जान गई
गिरियक थाना क्षेत्र के दुर्गापुर गांव में एक 10 वर्षीय बालक पर पेड़ गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

बिहारशरीफ में यातायात और बिजली व्यवस्था चरमराई

जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के कई हिस्सों में पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। आशा नगर, किसान कॉलेज, नालंदा महिला कॉलेज के समीप, सुभाष पार्क, गांधी मैदान सहित सैकड़ों स्थानों पर पेड़ों के गिरने की खबरें हैं।

वरिष्ठ पत्रकार रमेश कुमार का मकान क्षतिग्रस्त

कोसुत निवासी वरीय पत्रकार रमेश कुमार के घर पर आम का पेड़ गिरने से मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि जान-माल की कोई क्षति नहीं हुई।

डेकोरेशन व्यवसाय को भारी नुकसान

भराव स्थित दुर्गा स्थान के पास विष्णु डेकोरेटर के गोदाम की छत उड़ गई, जिससे लाखों की क्षति हुई। संचालक अविनाश कुमार उर्फ छोटे ने बताया कि साउंड सिस्टम सहित कई महंगे डेकोरेशन आइटम बारिश के पानी में खराब हो गए।

नालंदा डेयरी और राइस मिल को नुकसान

नालंदा डेयरी में चिमनी समेत अन्य संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं नूरसराय प्रखंड के अजयपुर स्थित एक राइस मिल को भी भारी क्षति पहुंची है। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

किसानों पर भी कहर टूटा

तेज आंधी और बारिश ने खेतों में तैयार खड़ी गेहूं और मूंग की फसलों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है। कई स्थानों पर फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं।

अखंड पाठ भी आंधी की भेंट चढ़ा

बेन प्रखंड के नोहस गांव में गुरुवार सुबह 8 बजे शुरू हुआ 24 घंटे का अखंड पाठ तेज आंधी और बारिश के कारण बीच में ही रोकना पड़ा।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी भयानक आंधी और बारिश पहले कभी नहीं देखी थी। इस प्राकृतिक आपदा ने सैकड़ों लोगों को बेघर कर दिया है।

जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। डीएम शशांक शुभंकर ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और त्वरित राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।

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