अपना नालंदा संवाददाता
थरथरी। असम प्रदेश की राजधानी गुवाहाटी में आयोजित रीजनल एबिलिम्पिक्स प्रतियोगिता में नालंदा जिले के दो दिव्यांग युवाओं ने शानदार सफलता हासिल कर जिले और राज्य का मान बढ़ाया है।
थरथरी बाजार निवासी धीरज कुमार धनराज ने मसाज इवेंट में रजत पदक हासिल किया, जबकि इस्लामपुर प्रखंड के धीरज कुमार ने क्लीनिंग सर्विस इवेंट में कांस्य पदक जीतकर जिले को गौरवान्वित किया।
धीरज कुमार धनराज वर्तमान में थरथरी प्रखंड के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उनकी यह सफलता आत्मविश्वास, कठिन परिश्रम और उत्कृष्ट कौशल का परिणाम मानी जा रही है।
बताया गया कि इस प्रतियोगिता में बिहार से कुल 14 दिव्यांग प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। भारतीय राष्ट्रीय ओलंपिक संघ की ओर से हर चार वर्ष पर एबिलिम्पिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, ताकि दिव्यांगजनों की प्रतिभा को बढ़ावा मिल सके और उन्हें सशक्त बनाया जा सके। अगली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता साल 2027 में फिनलैंड में आयोजित होगी।
इस उपलब्धि पर बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विद डिसेबिलिटी के राष्ट्रीय संरक्षक एवं पूर्व राज्य नि:शक्तता आयुक्त डॉ. शिवाजी कुमार, बिहार एबिलिम्पिक्स एसोसिएशन के सचिव मुकेश कुमार, डॉ. देवकांत सिन्हा, मनीष कुमार, सोनू कुमार, चंद्रशेखर कुमार सहित सैकड़ों लोगों ने दोनों विजेताओं को बधाई दी।