तूफान से नालंदा डेयरी को भारी नुकसान, मरम्मत नहीं हुई तो दूध वितरण ठप होने की आशंका

Written by Sanjay Kumar

Published on:

अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।गुरुवार को आए भीषण तूफान ने नालंदा जिले में भारी तबाही मचाई। तेज हवाओं के साथ आए इस प्राकृतिक कहर ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, वहीं बिहारशरीफ स्थित नालंदा डेयरी भी इसकी चपेट में आ गई।

तूफान के कारण डेयरी परिसर में स्थित बायलर इकाई की लगभग 130 फीट ऊंची चिमनी पूरी तरह से धराशायी हो गई, जिससे बायलर प्लांट की छत और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। अब केवल 30 फीट ऊंची चिमनी ही बची है, जिससे बायलर का संचालन कठिन हो गया है।

बायलर यूनिट डेयरी का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके माध्यम से स्टीम उत्पन्न कर अन्य यूनिटों तक भेजा जाता है। इसी स्टीम की मदद से दूध और अन्य दुग्ध उत्पादों को सुरक्षित और लंबे समय तक संरक्षित रखा जाता है। चिमनी टूटने के कारण स्टीम की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे डेयरी उत्पादों के उत्पादन और प्रसंस्करण पर भी असर पड़ने की आशंका है।

नालंदा डेयरी के कर्मचारी अशोक कुमार ने बताया कि स्थिति गंभीर जरूर है, परंतु किसी तरह सीमित संसाधनों के साथ बायलर को कम क्षमता पर चालू कर दूध की आपूर्ति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि क्षतिग्रस्त चिमनी और अन्य मशीनरी की जल्द मरम्मत नहीं कराई गई, तो आने वाले दिनों में नालंदा, शेखपुरा सहित झारखंड के कई हिस्सों में सुधा ब्रांड के दूध और दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

Leave a Comment