रंजीत कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। नालंदा जिला कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को उस समय हंगामा हो गया जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष और जिला कमेटी के सदस्यों के खिलाफ ‘हल्ला बोल’ कार्यक्रम के तहत तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और जिला अध्यक्ष के समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की और गाली-गलौज भी हुई।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 6 जून को आयोजित “अति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक सम्मेलन” में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस सम्मेलन में जिन लोगों को स्वागतकर्ता की सूची में शामिल कर राहुल गांधी से मिलवाया गया, उनमें से कई कांग्रेस से कोई संबंध नहीं रखते थे, और कुछ तो अपराधी प्रवृत्ति के लोग थे। उन्होंने कहा कि यह सब जिला अध्यक्ष और उनकी टीम की मिलीभगत से हुआ।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि “नालंदा कांग्रेस को दलालों से मुक्त कराना जरूरी है। आज की तालाबंदी इसी दिशा में हमारा पहला कदम है। यदि हमारी बात नहीं सुनी गई, तो हम सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे।”
प्रदर्शनकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी को निजी स्वार्थ और गुटबाजी की राजनीति से बचाना आवश्यक है, और वे सभी मिलकर पार्टी को ईमानदार और समर्पित कार्यकर्ताओं के हाथ में सौंपना चाहते हैं।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जिला अध्यक्ष के समर्थकों के बीच तनावपूर्ण माहौल बन गया। हालांकि मौके पर पुलिस या प्रशासन की कोई स्पष्ट भूमिका की सूचना नहीं मिली है।