अपना नालंदा संवाददाता
बेन । बेन प्रखंड अंतर्गत नोहसा पंचायत के वार्ड संख्या 1 स्थित अमिया विगहा गांव के पशुपालक इन दिनों गंभीर चिंता और भय के माहौल में जी रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लगभग सभी पशुओं में पित्ती जैसी बीमारी तेजी से फैल रही है, लेकिन अब तक इसका कोई ठोस उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया है।पशुपालक उमेश राम, उपेंद्र राम, सरजू पंडित, रामजी सिंह, शिवबालक पासवान, धीरज पंडित, छोटे पासवान सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि उनके मवेशियों की त्वचा पर दाने और सूजन जैसी समस्या उभर रही है। यह बीमारी एक से दूसरे पशु में तेजी से फैल रही है, जिससे पशुपालक और अधिक चिंतित हो उठे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने इस समस्या की जानकारी स्थानीय सरकारी अस्पताल को दी, लेकिन अब तक कोई चिकित्सकीय टीम गांव में जांच के लिए नहीं पहुंची।

उनका कहना है कि अगर समय पर इस बीमारी का इलाज नहीं हुआ तो यह महामारी का रूप ले सकती है और पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।पशुपालकों ने जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग से मांग की है कि तुरंत गांव में चिकित्सकों की टीम भेजकर जांच कराई जाए और प्रभावित पशुओं का इलाज सुनिश्चित किया जाए, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।