अपना नालंदा संवाददाता
हिलसा। तथाकथित महंत शिवानंद दास द्वारा गरीब मजदूर किसानों की जमीन पर कब्जा जमाने और फसल नष्ट करवाने की कोशिश का भाकपा माले ने जोरदार विरोध किया है।
भाकपा माले के हिलसा प्रखंड सचिव अरुण यादव, किसान महासभा के प्रखंड सचिव दिनेश कुमार यादव तथा खेत ग्रामीण मजदूर सभा के प्रखंड सचिव इंदल बिंद ने संयुक्त बयान जारी कर शिवानंद दास की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।
नेताओं ने बताया कि वर्ष 2013 में महंत नरेश दास ने नौडीहा क्षेत्र में स्थित लगभग 80 बीघा बंजर जमीन को लेकर स्थानीय गरीब, भूमिहीन मजदूर किसानों से एक समझौता किया था। इस समझौते के तहत फसल उपज का 70 प्रतिशत हिस्सा किसानों को और 30 प्रतिशत हिस्सा मठ को देने का प्रावधान किया गया था, जिससे मठ का संचालन हो सके। इस समझौते के बाद किसान वहां खेती करते आ रहे हैं।
हालांकि, वर्ष 2019 से तथाकथित महंत परमानंद दास और फिर शिवानंद दास ने गरीब किसानों की फसल पर कब्जा जमाने की कोशिशें शुरू कर दीं। कभी फसलों पर धारा 144 लगवाया गया तो कभी सिंचाई के लिए लगाए गए समरसेबल पंप पर झूठे मुकदमे दायर किए गए। वर्ष 2022 में लगाए गए मुकदमे की जांच तत्कालीन थानाध्यक्ष गुलाम सरवर ने की थी, जिसमें मामला खारिज हो गया था। अनुमंडल पदाधिकारी ने भी जांच के बाद बटाईदार किसानों के पक्ष में फैसला सुनाया था और धारा 144 हटा दी थी।
नेताओं ने आरोप लगाया कि आज शिवानंद दास ने अपराधियों के साथ मिलकर किसानों की तैयार गेहूं और मूंग की फसल को जबरन जोतवा दिया। जब पीड़ित बटाईदार किसान थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे तो हिलसा पुलिस ने इसे “जमीनी विवाद” बताते हुए मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया। माले नेताओं ने इसे पुलिस और तथाकथित महंत के बीच मिलीभगत का नतीजा बताया है।
भाकपा माले, किसान महासभा और खेत ग्रामीण मजदूर सभा ने ऐलान किया है कि वे गरीब मजदूर किसानों के हक में मजबूती से खड़े रहेंगे और किसी भी तरह के अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। आने वाले दिनों में इस मुद्दे को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।
संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि यदि महंत शिवानंद दास या उनके समर्थकों द्वारा गरीब मजदूर किसानों की जानमाल को किसी प्रकार की क्षति पहुंचाई जाती है, तो इसके लिए हिलसा प्रशासन और संबंधित अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। नेताओं ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करते हुए शिवानंद दास के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है।




