अपना नालंदा संवाददाता
थरथरी । केंद्र सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बुधवार को महागठबंधन के आह्वान पर थरथरी बस स्टैंड पर चक्का जाम किया गया। यह विरोध देशव्यापी ट्रेड यूनियन हड़ताल और बिहार में सघन मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया के खिलाफ किया गया।
‘मताधिकार बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ के नारों के साथ सैकड़ों किसान, मजदूर और नौजवानों ने थरथरी बस स्टैंड से प्रखंड कार्यालय तक प्रदर्शन मार्च किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व राजद प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र यादव, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष बुंदेला यादव, और भाकपा माले नेता व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुन्नी लाल यादव ने संयुक्त रूप से किया।
सभा को संबोधित करते हुए मुन्नी लाल यादव ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा घोषित सघन मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया गरीबों, दलितों और आदिवासियों के मताधिकार को छीनने की साजिश है। 11 प्रकार के दस्तावेज की अनिवार्यता आम जनता के साथ अन्याय है।
उन्होंने कहा कि—
“जब 2024 में लोकसभा चुनाव इन्हीं मतदाता सूचियों के आधार पर कराया गया, तो अब उन्हें अवैध ठहराना लोकतंत्र का मजाक है। आयोग को यह प्रक्रिया तत्काल वापस लेनी चाहिए।”
प्रदर्शन में शामिल अन्य नेताओं ने भी केंद्र सरकार और आयोग की नीतियों की आलोचना की और इसे संविधान व लोकतंत्र पर हमला बताया।
इस अवसर पर पूर्व मुखिया व माले नेता बखोरी प्रसाद, नगीना मांझी, सुरेंद्र मांझी, अमरजीत, शैलेंद्र यादव मुखिया, मिथिलेश यादव, कौशल यादव, राजीव कुमार, सुबोध यादव, मनोज यादव, संजय कुमार अकेला, मंगल राम, अनूप यादव, प्रमोद केवट, लालू पासवान, बृजेश यादव, अजय यादव, नीतीश कुमार सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।