महाबोधि महाविद्यालय, नालंदा को नैक मूल्यांकन में ‘बी’ ग्रेड — गुणवत्ता आधारित शिक्षा की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि

Written by Subhash Rajak

Published on:

अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ ।महाबोधि महाविद्यालय, नालंदा ने शिक्षा के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित की है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अधीन राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा हाल ही में संपन्न मूल्यांकन के बाद महाविद्यालय को ‘बी’ ग्रेड प्रदान किया गया है। यह मान्यता संस्थान की निरंतर शैक्षणिक गुणवत्ता, अधोसंरचना, कुशल प्रबंधन और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रमाण है।

बताया गया कि 2 जून से 3 जून, 2025 तक नैक की पीयर टीम ने ऑनलाइन माध्यम से महाविद्यालय के विभिन्न विभागों, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, आईटी इकाई, खेलकूद, सांस्कृतिक और प्रशासनिक ढांचे का गहन मूल्यांकन किया। 14 जून, 2025 को परिषद ने महाविद्यालय को ‘बी’ ग्रेड प्रदान कर इसकी गुणवत्ता को आधिकारिक मान्यता दी।

इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार ने इसे वर्षों की मेहनत और टीम भावना का प्रतिफल बताया। प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने इष्ट देव के आशीर्वाद, बिहार सरकार के माननीय मंत्री एवं शासी निकाय अध्यक्ष श्री श्रवण कुमार जी, सचिव श्री राजेन्द्र प्रसाद तथा महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक एवं प्रशासनिक सहयोगियों को दिया। उन्होंने कहा:

“यह क्षण महाविद्यालय के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित होगा। इस सफलता में शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों की सामूहिक सहभागिता व समर्पण की विशेष भूमिका रही है।”

महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष तथा एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. सुधीर कुमार वर्मा ने इस ग्रेडिंग पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह परिणाम प्रबंधन समिति के सक्रिय सहयोग, प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार के दृढ़ नेतृत्व और टीम भावना से संभव हो पाया है। उन्होंने आशा जताई कि यह महाविद्यालय भविष्य में और भी कीर्तिमान स्थापित करेगा और अन्य संबद्ध संस्थानों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।

इस मूल्यांकन में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। IQAC ने शैक्षणिक नवाचार, मूल्याधारित शिक्षा, पारदर्शी प्रशासन और तकनीकी विकास को प्राथमिकता देते हुए संस्था की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के प्रयास किए हैं।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर महाविद्यालय परिसर में उत्सव जैसा माहौल रहा। शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दीं और इस सफलता का उत्सव मनाया।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:

IQAC समन्वयक डॉ. रामाशीष प्रसाद

NSS कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. सुधीर कुमार वर्मा

शिक्षक प्रतिनिधि डॉ. सुधीर कुमार

सहायक प्राध्यापक डॉ. ललन कुमार पांडे, प्रो. आनंदमूर्ति, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. अंजुला सिन्हा, डॉ. रेणुका कुमारी, डॉ. संगीता कुमारी, प्रो. शशि भूषण प्रसाद, डॉ. प्रेमलता कुमारी, प्रो. मंजू कुमारी, प्रो. गीता कुमार, डॉ. अंसार काजमी, डॉ. रामानुज प्रसाद, डॉ. विभा सिन्हा, डॉ. राजेश रंजन, प्रो. मिथलेश प्रसाद, डॉ. आनंद माधवन, प्रो. रवि शेखर

पीटीआई विकास कुमार, आईटी इंचार्ज मोनू कुमार, तकनीकी सहायक अनुज कुमार, लेखापाल विजय कुमार सिन्हा, पुस्तकालयाध्यक्ष शशि आनंद उपासक, डोमनारायण मिस्त्री, नारायण कुमार, सुरेंद्र मिस्त्री सहित सभी शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएँ।

महाविद्यालय परिवार ने संकल्प लिया कि यह उपलब्धि भविष्य में शिक्षा की गुणवत्ता और विस्तार की दिशा में निरंतर प्रयासों को प्रेरित करेगी।

Leave a Comment