अपना नालंदा संवाददाता
पावापुरी । भगवान महावीर स्वामी की 2624वीं जयंती के अवसर पर पावापुरी स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। गुरुवार की सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस पावन अवसर पर मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया था और चारों ओर भक्तिमय वातावरण बना रहा।
श्रद्धालुओं ने मंदिर में जयकारे लगाते हुए भगवान महावीर के उपदेशों को गीतों और भजनों के माध्यम से जनमानस तक पहुंचाया, जिससे शांति, अहिंसा और सादगी का संदेश प्रसारित हुआ। श्वेतांबर मंदिर एवं जल मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। इसमें मंत्रोच्चार, जलाभिषेक, पुष्प अर्पण और आरती की गई। श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रसाद की व्यवस्था भी की गई थी।
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवान महावीर की सादगी, सत्य, अहिंसा और प्रेम से ओत-प्रोत जीवनशैली को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
समरसता और प्रासंगिकता पर बल:
कार्यक्रम में शांति लाल बोथरा, वीणा सूचन्ती, सुरेन्द्र पारसन एवं जिनेंद्र चंद सूचन्ती सहित अन्य श्रद्धालुओं ने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत आज के दौर में भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उस समय थे। उन्होंने कहा कि उनके उपदेश हमें आज के तनावपूर्ण जीवन में शांति, सह-अस्तित्व और आत्म-नियंत्रण की प्रेरणा देते हैं। अहिंसा, सत्य और संयम का मार्ग ही समाज को स्थायी सुख और समरसता की ओर ले जा सकता है।
पावापुरी का यह भव्य आयोजन न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक बना, बल्कि भगवान महावीर के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम भी सिद्ध हुआ।