वाटर पार्क में सुरक्षा इंतजाम नाकाफी, डूबने से बेहोशी की घटनाएं; प्रबंधन ने आरोपों को नकारा

Written by Sanjay Kumar

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। भीषण गर्मी के चलते वाटर पार्कों में भीड़ बढ़ रही है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। बिहारशरीफ के पावापुरी स्थित लहर वाटर पार्क में सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया गया है। नालंदा ब्लड ग्रुप टीम के सदस्य कामरान अशरफी ने दावा किया कि कुछ दिन पहले उनकी टीम के दो सदस्य वाटर पार्क में नहाते समय डूब गए थे और बेहोश हो गए थे।

कामरान का आरोप है कि वाटर पार्क प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के जरूरी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। न तो पर्याप्त संख्या में लाइफ गार्ड तैनात हैं और न ही आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता के इंतजाम किए गए हैं। इसके बावजूद, कुछ स्थानीय ब्लॉगर मामूली आर्थिक लाभ के लिए वाटर पार्क का प्रचार कर रहे हैं, जिससे लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है।

यह पहली बार नहीं है जब वाटर पार्कों में लापरवाही सामने आई है। पूर्व में पटना के छपाक वाटर पार्क में भी बड़ा हादसा हो चुका है, जिसके बाद उसे कई दिनों तक बंद करना पड़ा था। लहर वाटर पार्क में भी रोजाना चोटिल होने की घटनाएं हो रही हैं। कई लोग लहरों में डूबकर बेहोश हो चुके हैं, तो कई को सिर और कमर में गंभीर चोटें आई हैं।

इस पूरे मामले पर लहर वाटर पार्क प्रबंधन ने सफाई देते हुए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। प्रबंधन का कहना है कि, “हमने नालंदा ब्लड ग्रुप के सदस्यों को सम्मानस्वरूप फ्री पास दिया था। सभी ग्राहकों के साथ समान व्यवहार किया जाता है। कुछ लोग वीआईपी व्यवहार की अपेक्षा करते हैं, जो संभव नहीं है। इस कारण निराश होकर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। हमारे वाटर पार्क में अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है।”

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