हिलसा-गया मुख्य पथ पर शव रखकर किया गया जाम, पूर्व मुख्यमंत्री मांझी फंसे, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग

Written by Subhash Rajak

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राजेश कुमार चौधरी
हिलसा (अपना नालंदा)। हिलसा थाना क्षेत्र के जुनियार गांव के मेढ़ में विगत 13 जुलाई को भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इनमें प्रथम पक्ष से चार एवं द्वितीय पक्ष से तीन लोग शामिल थे। सभी घायलों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में चल रहा था।

शनिवार की अहले सुबह प्रथम पक्ष के अनवर हुसैन (उम्र लगभग 35 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने अनवर हुसैन के शव को हिलसा-गया मुख्य सड़क पर मीना बाजार के समीप रखकर जाम कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी अपने काफिले के साथ गया की ओर जा रहे थे। वे भी इस जाम में फंस गए। जब उन्हें जानकारी मिली कि यह मामला एक युवक की हत्या से जुड़ा है, तो उन्होंने मृतक के परिजनों से बात की। परिजनों ने उन्हें बताया कि आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं और खुलेआम घूम रहे हैं। इस पर मांझी ने पीड़ित परिवार की बातों को गंभीरता से सुना और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की।

करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हिलसा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ के उग्र हो जाने के कारण आसपास के कई थाना क्षेत्रों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) सुमित कुमार ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही न्यायालय से वारंट लेकर आरोपी के घर की कुर्की-जप्ती की जाएगी।

वहीं, पीड़ित परिवार ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समझाने-बुझाने के बाद परिजन शांत हुए और सड़क से शव हटाया गया, जिससे आवागमन बहाल हो सका।

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