अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। नालंदा जिले के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नियमित एवं संविदा कर्मियों ने सोमवार को बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सिविल सर्जन के माध्यम से अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार को मांग पत्र सौंपा गया।
संघ के जिलाध्यक्ष नदीम ने बताया कि नालंदा जिला संवर्ग के जिन कर्मियों को प्रोन्नति दी गई है, उन्हें आज तक इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पाया है। राज्य संवर्ग के अधिकांश कर्मियों को अब तक प्रोन्नति का लाभ नहीं दिया गया है। कई संवर्गों की नियमावली भी अभी तक गठित नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम (NHM) के अंतर्गत बिहार राज्य में 25,000 से अधिक कर्मचारी ठेका अनुबंध पर कार्यरत हैं, जिन्हें अल्प मानदेय पर काम करना पड़ रहा है।
ज्योत्सना कुमारी (उपाध्यक्ष, चिकित्सा संघ नालंदा) और मीना कुमारी (संयोजिका) ने कहा कि राज्य संवर्ग के कर्मियों को उपार्जित अवकाश, मातृत्व अवकाश, शिशु देखभाल अवकाश जैसे बुनियादी अधिकारों की स्वीकृति निदेशालय स्तर पर महीनों तक लंबित रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि शहरी क्षेत्र में कार्यरत 865 संविदा एएनएम (अरबन एएनएम) का मानदेय राज्य स्वास्थ्य समिति के अधीन कार्यरत ग्रामीण संविदा एएनएम से कम है, जो अत्यंत अन्यायपूर्ण है। इन महिला कर्मियों को मानदेय बढ़ोतरी, वार्षिक वेतन वृद्धि एवं प्राकृतिक अवकाश जैसी सुविधाओं से भी वंचित कर दिया गया है, जिससे उनमें भारी आक्रोश है।
धरना को संबोधित करते हुए संघ के जिला मंत्री सह राज्याध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के राज्य संवर्ग के कर्मचारियों को शीघ्र प्रोन्नति प्रदान की जाए। NHM कर्मियों के लिए कैडर नियमावली (Cadre Rule) प्रकाशित कर उन्हें नियमित किया जाए। साथ ही शहरी संविदा एएनएम को ग्रामीण संविदा एएनएम के समान मानदेय, वार्षिक वेतन वृद्धि और सभी प्रकार के अवकाश का लाभ दिया जाए।
उन्होंने यह भी मांग की कि पूर्व के जिला स्तरीय संवर्ग को पुनः जिला स्तर पर ही बहाल किया जाए और आशा, ममता, कुरियर कर्मियों की लंबित प्रोत्साहन राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए।
इस धरना-प्रदर्शन में अरविंद कुमार, रितेश कुमार, राजेश कुमार सिंह, मो. आजम अहमद, नीलम कुमारी, सोनी कुमारी, मालती देवी सहित सैकड़ों नियमित और संविदा कर्मियों ने भाग लिया।