छात्रों की रचनात्मक प्रस्तुतियां और पौधारोपण के साथ प्रकृति संरक्षण का संदेश
अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजगीर जू सफारी में एक रचनात्मक, जागरूकता-प्रधान और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की वैश्विक थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें’ (Beat Plastic Pollution) पर केंद्रित यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया।
पौधारोपण से कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ जू सफारी के निदेशक रामसुंदर एम द्वारा पौधारोपण कर किया गया। उन्होंने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि सफारी परिसर में लगातार हरियाली बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बीते पांच वर्षों से नियमित रूप से पौधारोपण किया जा रहा है ताकि पर्यावरण को स्थायी रूप से संबल मिले।
वन अधिकारियों और कर्मचारियों ने लगाए आम के पौधे
कार्यक्रम के दौरान सहायक वन संरक्षक, पशुचिकित्सा पदाधिकारी, क्षेत्रीय वन अधिकारी, प्रधान लिपिक, वनपाल और सभी कर्मचारियों द्वारा सफारी परिसर में आम की लगभग 9 विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए। यह पहल जैव विविधता संरक्षण और हरित वातावरण को प्रोत्साहन देने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
छात्रों ने प्रतियोगिताओं से दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
कार्यक्रम के तहत एबीसी पब्लिक स्कूल, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, गुरुकुल किड्स कॉन्वेंट, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, माध्य विद्यालय राजगीर और प्राथमिक विद्यालय कुंड के लगभग 150 छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला, निबंध लेखन और क्राफ्ट प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की गंभीरता को अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से प्रस्तुत किया।
ह्यूमन स्लोगन और प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र
छात्रों द्वारा बनाए गए ह्यूमन स्लोगन ने सभी दर्शकों को प्रभावित किया। वहीं, प्रदर्शनी में प्लास्टिक प्रदूषण, जैव विविधता की रक्षा और सतत जीवनशैली जैसे विषयों पर जानकारी प्रस्तुत की गई। पर्यावरण विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों के माध्यम से पर्यावरणीय समस्याओं, उनके समाधान और जनसहभागिता की भूमिका पर प्रकाश डाला।

सम्मान और संकल्प का समापन
प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। अंत में जू सफारी प्रबंधन द्वारा आम नागरिकों से प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली, वृक्षारोपण को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान किया गया।
इस अवसर पर सहायक वन संरक्षक अरविंद कुमार, पशुचिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दलीप कुमार बैठा एवं डॉ. विक्रम कुमार, वन अधिकारी सुश्री खुशबू एवं शिवम सिन्हा, प्रधान लिपिक विनय कुमार सिंह, लिपिक राहुल कुमार, वनपाल निरंजन कुमार सहित सभी वनरक्षकों और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के अंत में पर्यावरणीय संकटों से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।