गेहूं अधिप्राप्ति में लापरवाही पर 9 प्रखंडों के सहकारिता पदाधिकारियों से जवाब-तलब

Written by Subhash Rajak

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डीसीओ ने जताई नाराजगी, व्यापार मंडलों को क्रियाशील करने का निर्देश

अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। जिले में किसानों से गेहूं की धीमी गति से हो रही खरीद को लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी (डीसीओ) धर्मनाथ प्रसाद ने 9 प्रखंडों के सहकारिता पदाधिकारियों से जवाब-तलब किया है। विभागीय बैठकों में वरीय पदाधिकारियों ने इस पर गहरी नाराजगी जताई है।

जिले में गेहूं अधिप्राप्ति के लिए कुल 15 व्यापार मंडलों का चयन किया गया था, जिनमें से केवल 6 में ही खरीद प्रक्रिया प्रारंभ हो सकी है। शेष 9 व्यापार मंडलों में अब तक गेहूं खरीद की शुरुआत नहीं हो पाई है, जिससे सरकारी योजना प्रभावित हो रही है।

इन 9 व्यापार मंडलों में लापरवाही बरतने वाले संबंधित बीसीओ एवं व्यापार मंडल प्रबंधकों से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इनमें अस्थावां के बीसीओ नीज कुमार, बिहारशरीफ के बीसीओ एवं प्रबंधक सुभाष प्रसाद सिंह, चंडी के बीसीओ सुमित कुमार, नगरनौसा के बीसीओ राजीव रंजन तिवारी, नूरसराय के प्रबंधक रौशन कुमार, रहुई के बीसीओ देवव्रत कुमार, राजगीर के प्रबंधक अजय कुमार अकेला तथा करायपरसुराय के बीसीओ संतोष कुमार शामिल हैं।

डीसीओ ने कहा कि किसानों से गेहूं की खरीद राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है, जिसकी अधिप्राप्ति अवधि 1 अप्रैल से 15 जून तक निर्धारित है। इतने समय बीतने के बावजूद संबंधित व्यापार मंडलों का अक्रियाशील रहना स्पष्ट रूप से लापरवाही एवं कर्तव्यहीनता को दर्शाता है।

सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अविलंब व्यापार मंडलों को क्रियाशील बनाएं और गेहूं अधिप्राप्ति में गति लाएं, ताकि किसानों को लाभ मिल सके और सरकारी लक्ष्य की पूर्ति हो सके।

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