नीतीश के गांव में नहीं मिली एंट्री, बिहारशरीफ की सभा में गरजे PK — “गांव में घुसने से रोकना विकास की सच्चाई छुपाने की कोशिश”

Written by Sanjay Kumar

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संजय कुमार/प्रेम कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ नालंदा से अपने अभियान “बदलाव का हस्ताक्षर” की शुरुआत की। इस दौरान वे नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण बिगहा जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें गांव में प्रवेश करने से रोक दिया।

प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर ने बिहारशरीफ में एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला है और यह कहा जाता है कि उन्होंने यहां काफी विकास किया है। हम उसी विकास को अपनी आंखों से देखने कल्याण बिगहा जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने हमें वहां जाने नहीं दिया। अगर हम गांव में जाते, तो विकास की सच्चाई और भ्रष्टाचार की तस्वीर सबके सामने आ जाती।”

PK ने आरोप लगाया कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने कहा, “यहां अधिकारी और जनप्रतिनिधि राशन कार्ड बनवाने से लेकर जमीन की रसीद कटवाने तक के लिए रिश्वत मांगते हैं। आम जनता परेशान है, लेकिन नेताओं और अफसरों को कोई परवाह नहीं।”

प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से अपील की कि वे अगली बार किसी नेता के नाम या चेहरा देखकर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वोट करें। उन्होंने कहा, “अब वक्त आ गया है कि बिहार में जनता का राज स्थापित हो, ना कि भ्रष्ट नेताओं का।”

सभा के अंत में उन्होंने “बदलाव का हस्ताक्षर” अभियान को जन आंदोलन में बदलने का आह्वान किया।

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