आर संतोष भारती
कतरीसराय (अपना नालंदा)। प्रखंड मुख्यालय के आरटीपीएस काउंटर पर आम जनता की लंबी कतार लगी हुई है, लेकिन काउंटर के अंदर लिपिक कर्मचारी हड़ताल के कारण अनुपस्थित हैं। नालंदा जिले में लगभग 100 से अधिक लिपिक हड़ताल पर हैं, जिसमें कतरीसराय के लिपिक भी शामिल हैं। इससे जनता के काम में देरी हो रही है और लोगों को घंटों लंबी लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है।
लिपिक संवर्ग अपने दस सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। उनके प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
ग्रेड वेतन और पदसोपान का पुनर्निर्धारण।
अवर निबंधक, सहायक कोषागार पदाधिकारी जैसे राजपत्रित पदों पर प्रोन्नति।
कार्यभार में वृद्धि के अनुरूप स्वीकृत पदबल में वृद्धि।
रिक्त पदों पर नियुक्ति।
कार्यस्थलों पर कर्मियों के लिए निःशुल्क आवास की व्यवस्था।
ग्रेड पे और वेतन स्वीकृति।
विशेष कारण व परिस्थिति में कर्मियों का गृह जिला में स्थानांतरण।
गोप गुट के नालंदा जिला मंत्री बिपेश कुमार ने बताया कि 25 जून से 27 जून तक और 9 जुलाई को जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर मांगों का ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन सरकार ने अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की। वहीं, गोप गुट के नालंदा जिला सचिव सोमनाथ ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से किए गए आंदोलनों और वार्ताओं के बावजूद मांगें पूरी नहीं हुईं। 3 अगस्त को गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन भी किया गया, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।
अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) के अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि बिहार के अनुसचिवीय कर्मचारी अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। हड़ताल के तहत 9 अगस्त से आरटीपीएस काउंटरों पर काम ठप है। यदि सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया, तो आंदोलन और भी आक्रामक होगा। 25 अगस्त को भी पटना के गर्दनीबाग में मुख्यमंत्री के समक्ष एक दिवसीय आक्रोश प्रदर्शन किया गया।







