अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।नालंदा जिले में पर्यटन एवं क्षेत्रीय विकास को गति देने हेतु प्रस्तावित नूरसराय–अहियापुर–सिलाव होकर एनएच-82 (सालेपुर) से राजगीर तक 4-लेन हाईवे निर्माण परियोजना का जिलाधिकारी कुंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण किया।
इस हाईवे को राजगीर के बौद्ध सर्किट से जोड़ने के उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है, जिससे पटना से राजगीर की यात्रा अधिक सुगम, तीव्र और सुरक्षित हो सकेगी।
परियोजना विवरण:
परियोजना का नाम: नालंदा जिलान्तर्गत नूरसराय–अहियापुर–सिलाव होते हुए एनएच-82 (सालेपुर) से राजगीर तक 4-लेन हाईवे (बौद्ध सर्किट को जोड़ने वाला पर्यटन मार्ग)।
प्रशासनिक स्वीकृति की राशि: ₹862.63 करोड़
सड़क की लंबाई: 27.10 किलोमीटर
सड़क की चौड़ाई: 8.75 मीटर x 2 (ड्यूल कैरिजवे), मध्य विभाजक (मीडियन) 2-5 मीटर
ROB (रेल ओवर ब्रिज): 1
फ्लाईओवर:
(i) राजगीर में NH-120 जंक्शन पर ट्रम्पेट फ्लाईओवर
(ii) SH-78 जंक्शन पर एक फ्लाईओवर
(iii) NH-33 जंक्शन पर एक अन्य फ्लाईओवर
क्रॉस ड्रेनेज संरचनाएँ: कुल 101
परियोजना की उपयोगिता:
इस वैकल्पिक मार्ग से यात्रियों को पटना से राजगीर तक सीधी, तीव्र और सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, एनएच-120 की वर्तमान ट्रैफिक दबाव में कमी आएगी। इस सड़क के निर्माण से नालंदा जिले के औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक विकास को बल मिलेगा। साथ ही राजगीर जैसे ऐतिहासिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल पर पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि संभावित है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि वे सभी प्रक्रियात्मक औपचारिकताएं शीघ्र पूर्ण कर परियोजना निर्माण कार्य की त्वरित शुरुआत सुनिश्चित करें।