संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। संभावित बाढ़ 2025 के दौरान उत्पन्न होने वाली आपात स्थिति से निपटने और तटबंधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर आज शनिवार को जिलाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में एस.यू. कॉलेज, हिलसा में “टीम बिल्डिंग” समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में हिलसा अनुमंडल अंतर्गत संबंधित पदाधिकारी, अभियंता, आपदा मित्र, जनप्रतिनिधि एवं अन्य विभागीय कर्मी मौजूद रहे।
बैठक में एकंगरसराय बाढ़ नियंत्रण क्षेत्र सहित सभी अति संवेदनशील व संवेदनशील क्षेत्रों में पूर्व तैयारी की स्थिति की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी रिंग बांधों की मरम्मती कार्य अविलंब एवं गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बाढ़ प्रबंधन हेतु दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ से पूर्व निम्नलिखित व्यवस्थाएं हर हाल में सुनिश्चित की जाएं:
ईसी बैग, बालू से भरे बैग, जेसीबी, फ्लड लाइट, जनरेटर और नावों की पर्याप्त उपलब्धता
सामुदायिक रसोई, आश्रय स्थल, पशु चारा, मेडिकल कैंप, पशु चिकित्सालय और दवाएं (सर्पदंश, कुत्ता काटना आदि)
नौकाओं का निबंधन और गोताखोरों की पहचान के लिए मछुआरा समुदाय से समन्वय
स्थानीय स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना और निगरानी व्यवस्था
रात्रिकालीन तटबंध निगरानी, सुरक्षा बलों की तैनाती, वार्ड/टोला स्तर पर कर्मियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना
जिलाधिकारी ने कहा कि तटबंधों की मरम्मत में शामिल स्थानीय आपदा मित्रों और श्रमिकों के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा, और बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारियाँ
प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी को संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर SOP के अनुसार तैयारी का निर्देश
कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण को गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने का आदेश
सभी संबंधित विभाग – स्वास्थ्य, पशुपालन, पुलिस, परिवहन, पंचायती राज आदि को अपने-अपने स्तर पर तत्परता बरतने के निर्देश
इस बैठक में अपर समाहर्ता (आपदा), अधीक्षण अभियंता (बाढ़ नियंत्रण), सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, डीपीएम स्वास्थ्य समिति, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, आपदा मित्र, बांध श्रमिक, आवास सहायक एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में सभी को संदेश दिया – “अच्छी हो तैयारी, आपदा नहीं हो भारी।”