शहीद सिकंदर रावत के परिवार से मिले जिला कांग्रेस अध्यक्ष, केंद्र और राज्य सरकार से मुआवजा व सहायता की मांग

Written by Sanjay Kumar

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अखिलेंद्र कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। कश्मीर सीमा पर भारत-पाक संघर्ष में शहीद हुए जवान सिकंदर रावत के परिवार से मिलने के लिए शनिवार को नालंदा जिला कांग्रेस कमेटी की एक प्रतिनिधि टीम जिला अध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला के नेतृत्व में बिंद प्रखंड के उतरतू गांव पहुंची। इस पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में नंदू पासवान, राजीव कुमार मुन्ना, श्रीमती संजू पांडे, सरफराज मलिक, राणा अजय सिंह, एवं महिला पर्यवेक्षक उषा चौबे शामिल थीं।

प्रतिनिधिमंडल ने शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया और शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान जिला अध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला शहीद के परिवार की पीड़ा देखकर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उतरतू गांव या नालंदा जिले का नहीं, बल्कि पूरे देश का नुकसान है। शहीद सिकंदर रावत की शहादत देश के लिए गौरव की बात है और उनकी वीरता को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि शहीद रावत परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चों के समक्ष जीवन-यापन की गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है। जिला कांग्रेस कमेटी ने मांग की है कि—केंद्र और राज्य सरकार पर्याप्त मुआवजा राशि प्रदान करे,शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए,उनके बच्चों की पढ़ाई का प्रबंध सिमुलतला आवासीय विद्यालय में किया जाए,
परिवार को स्थायी सरकारी आवास मुहैया कराया जाए,और उनके नाम पर गांव या आस-पास के किसी प्रमुख स्थान पर “सिकंदर चौक” का नामकरण किया जाए।
जिला अध्यक्ष अकेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में उन्होंने एक विस्तृत प्रतिवेदन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय नेतृत्व को भेज दिया है, ताकि परिवार को हरसंभव सहायता दिलाई जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि सिकंदर रावत की शहादत नालंदा की गौरव गाथा में एक नया अध्याय जोड़ती है, जैसे पूर्व में नालंदा के कई जवान कारगिल युद्ध में भी शहीद हुए थे।

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