भाकपा माले की अंधना मोड़ पर बैठक, जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने का एलान

Written by Subhash Rajak

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अपना नालंदा संवाददाता
नूरसराय । भाकपा माले के कार्यकर्ताओं की एक बैठक नूरसराय अंधना मोड़ पर आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के प्रखंड प्रभारी का. मकशुदन शर्मा ने की। बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आगामी कार्यक्रमों और आंदोलनों की रणनीति पर चर्चा की।

बैठक में पार्टी नेता का. रामदेव प्रसाद केवट, का. सुनील पासवान, बाढ़न पासवान, दिनेश दास, ऐपवा की जिलाध्यक्ष गिरजा देवी, सुगीया देवी, कामेश्वर केवट, सतेन्द्र मिस्त्री, दिलीप जी सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य व नालंदा जिला सचिव सुरेंद्र राम ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार अमेरिका के आगे झुक चुकी है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। उन्होंने कहा कि वक्फ कानून में संशोधन संविधान विरोधी है और यह अल्पसंख्यकों और किसानों की जमीन को पूंजीपतियों को सौंपने की साजिश है। उन्होंने सभी अल्पसंख्यक और किसान संगठनों से इस कानून का पुरजोर विरोध करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि बिहार में जब तक महागठबंधन की सरकार नहीं बनती, दलित–वंचित वर्ग को 65 प्रतिशत आरक्षण की मांग पूरी नहीं होगी।

प्रखंड प्रभारी मकशुदन शर्मा ने कहा कि भाकपा माले दलित–गरीबों की एकजुटता को बढ़ा रही है और आने वाले चुनावों में पार्टी महागठबंधन में अपनी दावेदारी रखेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी का आंदोलन जमीन, वासगीत पर्चा, पक्का मकान, और गरीबी प्रमाणपत्र जैसे मुद्दों को लेकर तेज किया जाएगा।

पार्टी नेता रामदेव केवट ने कहा कि गरीबों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, 5 डिसमिल जमीन पर पक्का मकान, वृद्धा, विधवा और विकलांग पेंशन ₹2500, तथा लघु उद्यमी योजना के तहत ₹2 लाख की एकमुश्त सहायता जैसे मुद्दों पर पार्टी आंदोलन को व्यापक बनाएगी।

बैठक में 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर जयंती को भव्य रूप से मनाने, तथा 22 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस मनाने का निर्णय भी लिया गया।

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