जयप्रकाश नारायण की क्रांति का कांग्रेस ने किया अपमान: रत्नेश कुशवाहा

Written by Sanjay Kumar

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अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।05 जून 1975 को आरंभ हुए सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन की 49 वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा देशभर में आयोजित प्रेस वार्ताओं के क्रम में बिहारशरीफ में भी प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा नालंदा जिलाध्यक्ष राजेश कुमार ने किया, जबकि प्रेस वार्ता को भाजपा बिहार प्रदेश मंत्री रत्नेश कुशवाहा ने संबोधित किया।

प्रेस वार्ता के उपरांत प्रदेश मंत्री रत्नेश कुशवाहा ने मेहनौर स्थित निर्माणाधीन भाजपा जिला कार्यालय परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण किया। इस दौरान कई फलदार पौधे लगाए गए। उन्होंने कहा कि मानव जाति और समस्त प्राणियों के जीवन की रक्षा के लिए वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत अब तक करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए। शास्त्रों में एक पेड़ को सौ पुत्रों के समान बताया गया है। प्रकृति की रक्षा ही सबसे बड़ी पूजा है।

प्रेस वार्ता में बोलते हुए रत्नेश कुशवाहा ने कहा कि आज के ही दिन 1975 में सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन की शुरुआत हुई थी, जिसके नायक जयप्रकाश नारायण थे। उन्होंने कांग्रेस की निरंकुश और तानाशाही शासन के विरुद्ध आंदोलन की अगुवाई की थी, जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद जैसे दल पिछड़ों और अति पिछड़ों के सबसे बड़े शत्रु हैं। इनके लंबे शासनकाल में इन वर्गों को आरक्षण तक नहीं मिला।

उन्होंने बताया कि भाजपा के सहयोग से जब कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री बने, तब बिहार में पहली बार अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण मिला। उसके बाद एनडीए सरकार के दौरान नगर निकाय चुनावों में भी अति पिछड़ों को आरक्षण मिला। उन्होंने कहा कि जब भी आरक्षण की बात होती है, भाजपा सभी वर्गों के हित में कार्य करती है, चाहे वह स्वर्ण समाज के गरीब हों या वंचित वर्ग। आर्थिक रूप से कमजोर स्वर्णों को 10% आरक्षण देना इसका प्रमाण है।

रत्नेश कुशवाहा ने यह भी जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दो चरणों में जातीय जनगणना की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। 1 अक्टूबर 2026 से पहाड़ी राज्यों में और 1 मार्च 2027 से पूरे देश में जातीय जनगणना की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज यदि जयप्रकाश नारायण जीवित होते तो दुखी होते कि उनके शिष्य लालू प्रसाद यादव भ्रष्टाचार में लिप्त होकर उसी कांग्रेस की गोद में जा बैठे, जिसके खिलाफ उन्होंने आंदोलन किया था।

उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ही बिहार और बिहारवासियों का सर्वांगीण विकास कर सकती है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 1953 में काका कालेलकर की रिपोर्ट को नेहरू सरकार ने दबाकर रखा, जबकि 1978 में मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री बनने पर मंडल कमीशन का गठन हुआ और 1990 में वीपी सिंह के नेतृत्व में पिछड़ों को आरक्षण मिला।

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो. रामसागर सिंह, गया जिला प्रभारी राजेश कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद सिंह, वीरेन्द्र गोप, जिला महामंत्री शैलेन्द्र कुमार, रीना कुमारी, जिला मंत्री उपेंद्र राजवंशी, साबो देवी, डॉ. अशुतोष कुमार, तेजस्विता राधा, मीडिया सह प्रभारी अमरेश कुमार, अमरकांत भारती, धीरेन्द्र रंजन, सोनू कुमार हिंदू, नीरज कुमार डब्ल्यू, मनोज सिंह, नगर अध्यक्ष धनंजय कुमार, अविनाश कुमार, संदीप कुमार, अमित शान सिंह, ललन कुमार, मणिकांत पासवान, गोपाल कुमार, विश्वनाथ कुमार, प्रेम सागर पासवान, चंदन कुमार, रविरंजन पांडे समेत कई भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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