हरिओम कुमार
हरनौत (अपना नालंदा)।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को नालंदा जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करते हुए सालेपुर-नरसंडा-तेलमर-करौटा पथ एवं प्रस्तावित सालेपुर से राजगीर तक बनने वाले बुद्ध सर्किट फोर लेन पथ निर्माण के एलायनमेंट का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि यह पथ एसएच-78 (बिहटा-सरमेरा मार्ग) से प्रारंभ होकर सालेपुर, नरसंडा, तेलमर, करौटा होते हुए एनएच-30 (पटना-मोकामा मार्ग के जगदंबा स्थान मोड़) से जुड़ता है। यह मार्ग राजगीर के लिए एक वैकल्पिक और सुगम रास्ता बनेगा। राज्य सरकार द्वारा इसे फोर लेन में विस्तारित किए जाने की योजना है, जिससे यातायात में तेजी आएगी और यात्रा समय की भी बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ-साथ सालेपुर से राजगीर तक प्रस्तावित टू लेन पथ के फोर लेन में उन्नयन की योजना का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि इस मार्ग में जहां-जहां रेलवे लाइन पड़ेगी, वहां एलिवेटेड पथ (उच्च स्तरीय पुल) का निर्माण किया जाएगा, ताकि यातायात निर्बाध रूप से चलता रहे।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने सालेपुर मोड़, चौहान मोड़, बेलदारीपर और नूरसराय में भी स्थल का जायजा लिया और स्थानीय स्थिति की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, सचिव कुमार रवि, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, 20 सूत्री कार्यक्रम के जिला अध्यक्ष सह जदयू प्रखंड अध्यक्ष रविकांत कुमार, जदयू नेता रोहित कुमार समेत अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।




