आर संतोष भारती
कतरीसराय(अपना नालंदा )। प्रखंड, अनुमंडल तथा जिला समाहरणालय के लिपिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल रविवार को 22वें दिन भी जारी रही। यह आंदोलन अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) नालंदा के बैनर तले किया जा रहा है। लिपिक अपनी 10 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए आंदोलनरत हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार से पूरे बिहार सहित नालंदा जिला के सभी प्रखंड, अंचल, अनुमंडल एवं जिला समाहरणालय में कार्य पूरी तरह से ठप हो जाएगा।
गोप गुट नालंदा जिला मंत्री बिपेश कुमार ने बताया कि बीते गुरुवार को पटना जिलाधिकारी और डीडीसी की पहल पर सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव बी. राजेन्द्र के साथ संघ के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई थी। वार्ता के दौरान कुछ मांगों पर सहमति जताई गई और कुछ बिंदुओं पर सकारात्मक दृष्टिकोण से विचार करने का आश्वासन दिया गया, लेकिन लिखित सहमति पत्र देने से विभाग ने इनकार कर दिया।
गोप गुट के जिला सचिव सोमनाथ ने कहा कि वार्ता की समीक्षा के बाद संघर्ष समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि जब तक लिखित सहमति पत्र जारी नहीं होता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
जिला अध्यक्ष रंजन कुमार ने सरकार और अधिकारियों पर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि हड़ताल की पूरी जिम्मेदारी सरकार, खासकर विभागीय अपर मुख्य सचिव की होगी। वहीं, जिला उपाध्यक्ष अमित कुमार ने कहा कि सरकार से बार-बार अनुरोध किया गया, लेकिन अहंकार और पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर हमारी मांगों को खारिज कर दिया गया।
इस मौके पर कौशल कुमार, मनोरंजन कुमार, यशजीत कुमार, कौशलेंद्र कुमार, बबलू कुमार, निशा रानी, प्रियंका कुमारी, संतोष कुमार, राजीव कुमार, मनीष कुमार, मुकेश कुमार समेत सैकड़ों लिपिक उपस्थित थे।

22वें दिन भी जारी रहा लिपिकों का हड़ताल, सरकार पर लगाए गैर-जिम्मेदाराना रवैये के आरोप
Written by Subhash Rajak
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