सांसद कौशलेन्द्र कुमार बोले – बिहार में हुआ विकास देश में अद्वितीय
विजय प्रकाश उर्फ पिंनु
नूरसराय (अपना नालंदा)। गुरुवार को नूरसराय प्रखंड में करीब 32 लाख रुपये की लागत से निर्मित पांच विकास योजनाओं का उद्घाटन राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एवं लोकसभा सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की भारी भागीदारी रही।
प्रखंड के बघाड़ गांव के वार्ड संख्या 10 में देवी स्थान पर फेवर ब्लॉक निर्माण, वार्ड संख्या 11 में मनरेगा अंतर्गत पीसीसी ढलाई, खेमन बिगहा के वार्ड संख्या 14 में पीसीसी ढलाई, चरुईपर पंचायत सरकार भवन में 4 लाख की लागत से निर्मित पुस्तकालय एवं चरुईपर के वार्ड संख्या 8 में महादलित टोला में 6,66,721 रुपये की लागत से निर्मित मिट्टी भराई, ईंट सोलिंग एवं नाली निर्माण कार्य का उद्घाटन किया गया।
जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक पंचायत सरकार भवन में कैंटीन खोलने की योजना पर कार्य कर रही है, जिसका संचालन जीविका दीदियों के माध्यम से किया जाएगा। इसके अलावा, पुराने प्रखंड कार्यालय भवन में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र भी खोला जाएगा, जिससे स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की योजनाओं का लाभ अब हर घर तक पहुँच रहा है। नल-जल योजना, नली-गली योजना, शुद्ध पेयजल, स्मार्ट क्लास रूम, किसानों के लिए सिंचाई की व्यवस्था, गरीबों के लिए पक्के मकान, तथा स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में सुधार जैसी अनेक योजनाएं धरातल पर दिख रही हैं।
सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने बिहार सरकार की नल-जल योजना को “देश में आदर्श मॉडल” बताते हुए कहा कि इस योजना की सफलता के कारण अब अन्य राज्यों में भी इसे अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास की जो रफ्तार है, वह देश के किसी अन्य राज्य से बेहतर है।
कार्यक्रम पदाधिकारी आशुतोष कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष नरेंद्र कुमार उर्फ सोनी लाल, प्रवक्ता डॉ. धनंजय कुमार देव, प्रखंड प्रमुख रेखा देवी, उपप्रमुख अविनाश कुमार, पूर्व प्रमुख सुमित कुमार सुमन, चरुईपर पंचायत की मुखिया सियावती देवी, नूरसराय पंचायत के मुखिया रामकृष्ण कुमार, जदयू नेता राकेश कुमार भाई, उपेन्द्र कुमार, सुधीर कुमार, सिकंदर चौहान, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र प्रसाद, बंटी यादव, रशैलेंद्र चौहान, दीपू सिंह, परमहंस सिंह आदि शामिल थे।