संजय कुमार बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।स्थानीय कर्पूरी भवन (टाउन हॉल) में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ, नालंदा जिला इकाई द्वारा एक भव्य अभिनंदन सह शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी को तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में विजयी होने पर शिक्षकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रौशन कुमार ने की, जबकि मंच संचालन का दायित्व मीडिया प्रभारी दिबसंबल उर्फ बंटी ने निभाया।

शिक्षा विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप:अपने अध्यक्षीय भाषण में रौशन कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग के प्रखंड और जिला स्तर के अधिकारी एवं लिपिक बिना रिश्वत लिए शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सुशासन के नाम पर चलाई जा रही सरकार में भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग में निरंतर नए-नए प्रयोग तो हो रहे हैं, लेकिन बच्चों को मिलने वाली पाठ्यपुस्तकें समय पर नहीं पहुंच रही हैं। इस सत्र को एक महीना बीत चुका है, फिर भी केवल 50% से 60% तक ही पुस्तकें वितरित की गई हैं।
16 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया:रौशन कुमार ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर 16 सूत्री मांग पत्र विधान पार्षद को सौंपते हुए आग्रह किया कि इन सभी मुद्दों का समाधान राज्य स्तर से सुनिश्चित कराया जाए।टॉपर शिक्षकों के बच्चों को सम्मानित किया गया:इस अवसर पर इस वर्ष की मैट्रिक परीक्षा में राज्य एवं जिला स्तर पर टॉप टेन स्थान प्राप्त करने वाले शिक्षकों के पुत्र-पुत्रियों को सम्मानित किया गया।
सम्मानित बच्चों में हरनौत प्रखंड के शिक्षक हिमांशु कुमार के पुत्र क्रिश कुमार, चंडी प्रखंड के शिक्षक राकेश प्रसाद की पुत्री प्रशंसा कुमारी, तथा राजगीर प्रखंड के शिक्षक की पुत्री अर्पिता कुमारी शामिल रहीं। इन विद्यार्थियों को पुष्पमाला, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
शैक्षिक पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ:इस अवसर पर चंडी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मलहविगहा के शिक्षक मो. जाहिद हुसैन द्वारा लिखित पुस्तक का लोकार्पण भी विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी द्वारा किया गया। यह पुस्तक शैक्षिक विमर्शों पर आधारित है।
वंशीधर ब्रजवासी का सरकार पर तीखा प्रहार:समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सह विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों, संविदा कर्मियों, छात्रों, शिक्षित बेरोजगारों और कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने कहा कि वित्त रहित शिक्षकों को 2017 से अब तक कोई अनुदान नहीं दिया गया है। यदि सरकार इन सभी वर्गों की मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो विधानसभा चुनाव में 75 लाख से अधिक वोटर सरकार को सबक सिखाएंगे।उन्होंने कहा कि डोमिसाइल नीति लागू नहीं होने से बिहार के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है,
जबकि बाहरी राज्यों के लोगों को बिहार में नौकरियां दी जा रही हैं। महिला शिक्षिकाएं स्थानांतरण की सुविधा न होने के कारण शोषण का शिकार हो रही हैं।समारोह को राज्य उपाध्यक्ष रामाशीष, नवादा जिलाध्यक्ष विनय प्रभाकर, शेखपुरा जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार, लखीसराय जिलाध्यक्ष आनंत कुमार,
प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष महर्षि पटेल, माध्यमिक शिक्षक संघ के राणा रंजीत सहित सैंकड़ों शिक्षकों ने संबोधित किया। अन्य वक्ताओं में मदन कुमार, सुनैना कुमारी, ममता कुमारी, सुनील कुमार, मनोज कुमार, शशिकांत वर्मा, अतिउत्तम कुमार, सूचित कुमार, प्रकाशचंद्र, रविरंजन कुमार,
सूरज चौहान और जन्म जय कुमार शाही प्रमुख रूप से शामिल रहे।यह आयोजन केवल अभिनंदन समारोह नहीं बल्कि राज्य सरकार की नीतियों और विभागीय अनदेखी के विरुद्ध शिक्षकों के आक्रोश का मंच बन गया। शिक्षकों ने स्पष्ट संदेश दिया कि यदि उनके हितों की अनदेखी जारी रही तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब दिया जाएगा।




