अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। जन सुराज पार्टी की महिला शाखा की जिलाध्यक्ष एवं बेन से जिला परिषद सदस्य पूनम सिन्हा ने नालंदा के उप विकास आयुक्त को पत्र लिखकर जिला परिषद योजना के तहत प्रखंड बेन में संचालित योजनाओं की धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पत्र में बताया कि अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) के समय पर निर्गमन नहीं होने के कारण अधिकांश योजनाएं अधूरी पड़ी हैं।

श्रीमती सिन्हा ने पत्र में स्पष्ट किया कि उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर जिन योजनाओं का चयन किया था, उन्हें जिला परिषद में प्रस्तुत किया गया और आगे की प्रक्रिया के लिए संबंधित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों—प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO), अंचलाधिकारी (CO) और कार्यक्रम पदाधिकारी (PO)—को भेजा गया। परंतु, इन तीनों अधिकारियों के स्तर पर समन्वय की कमी और लापरवाही के कारण आवश्यक अनापत्ति प्रमाण-पत्र समय पर निर्गत नहीं हो सके हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ योजनाओं में यदि BDO द्वारा एनओसी जारी किया गया है, तो CO द्वारा नहीं दिया गया, और अगर दोनों ने दे दिया तो PO की ओर से अनापत्ति नहीं मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा जानबूझकर योजनाओं को बाधित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिससे विकास कार्यों में अनावश्यक विलंब हो रहा है।
पूनम सिन्हा ने यह भी कहा कि इन योजनाओं को जनता की जरूरत के अनुसार चुना गया है, जिसे पूर्ण कराना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जिला परिषद में योजनाओं के संचालन की निगरानी का दायित्व मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी का भी होता है।
इसके अलावा उन्होंने पत्र में आँट पंचायत के छोटी आँट प्राथमिक विद्यालय में बने शौचालयों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि करीब 18 महीने पहले निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, लेकिन अब तक भुगतान लंबित है, जिससे कार्यकर्ता हतोत्साहित हैं।
पत्र के साथ संलग्न सूची में उन्होंने विस्तारपूर्वक उन योजनाओं का उल्लेख किया है जो अधूरी हैं, और साथ ही यह भी दर्शाया है कि किस अधिकारी द्वारा एनओसी जारी नहीं किया गया है।
अंत में, उन्होंने उप विकास आयुक्त से अपील की है कि वे संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी करें ताकि लंबित अनापत्ति प्रमाण-पत्र शीघ्र जारी किए जा सकें और योजनाएं समय पर पूर्ण हो सकें।




