नमस्कार दोस्तों ! आज हम बात करने जा रहे हैं बिहार शरीफ की छोटी दरगाह के बारे में जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है तथा नालंदा जिला में स्थित है |
यह मखदूम सुल्तान सैयद शाह अहमद चारमपोस तांग बरहाना रहमतुल्लाह अल्लैह का एक बहुत बड़ा और पुराना मकबरा है और यहाँ हर साल हजारों श्रद्धालु आते है| तो चलिए इस लेख को आगे बढ़ाते हुए आपको एक विस्तृत जानकारी देते है
छोटी दरगाह से जुड़ी जानकारी
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छोटी दरगाह बिहार शरीफ के अम्बर मोहल्ला में है | यह मखदूम सुल्तान सैयद शाह अहमद चारमपोस तांग बरहाना रहमतुल्लाह अल्लैह का एक बहुत बड़ा और पुराना मकबरा है |
उनका जन्म 1236 में हुआ था और उनकी मृत्यु 1335 में हुई थी | वह 13 वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण संत थे |
उनकी तांत्रिक शक्तियों की कहानियाँ आज भी कई जगहों पर प्रसिद्ध हैं | इन्हे अन्य सूफी संतों और औलियाहों के बीच एक उच्च क्रम में स्थान दिया गया है |
छोटी दरगाह का महत्व
यह छोटी दरगाह धार्मिक , सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शता है | यह पवित्र स्थल न केवल मुस्लिम समुदाय के लिए है बल्कि यहाँ अन्य धर्मों के लिए भी एक श्रद्धास्थल है | यह दरगाह आध्यात्मिक शांति का केंद्र है जो लोगों को शांति और सुकून प्रदान करता हैं |
छोटी दरगाह की वास्तुकला
छोटी दरगाह की वास्तुकला काफी ज्यादा सुन्दर है और साथ इसके आसपास के प्राकृतिक सौन्दर्य और शांत वातावरण श्रद्धालुओं के मन को शांति प्रदान करती है | यहाँ की इमारतें प्राचीन मुस्लिम स्थापत्य शैली से बनी है |
छोटी दरगाह की यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय
छोटी दरगाह की यात्रा करने के लिए आप किसी भी समय जा सकते है लेकिन यहाँ उर्स उत्सव के दौरान काफी भीड़ होती है |
इस उत्सव में विशेष प्रकार के धार्मिक आयोजन होते है | दुनिया भर से लोग खासतौर पर मुस्लिम समुदाय यहाँ उर्स त्योहार के अवसर पर इकट्ठा होते है |
अतः जब उर्स उत्सव यहाँ मनाई जाएगी तब आप यहाँ विज़िट कर सकते है और उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं |
छोटी दरगाह के पास अन्य पर्यटन स्थल
छोटी दरगाह के पास कई अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जैसे-
- बड़ी दरगाह,
- हिरण्य पर्वत,
- बाबा मणिराम अखाड़ा इत्यादि |
इन सभी प्रसिद्ध स्थानों की यात्रा करके आप धार्मिक महत्व के साथ साथ एतिहासिक महत्व की जानकारी प्राप्त कर सकते है
और आप यहाँ आएंगे तो आपको एक अलग दुनिया देखने को मिलेगा जो काफी मनोरम, विशेष, सुखद होगा |
कैसे पहुँचे छोटी दरगाह?
छोटी दरगाह नालंदा जिले के बिहारशरीफ में स्थित है | यह बड़ी दरगाह से लाभग 4 km की दूरी पर स्थित है |
यहाँ तक पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले नालंदा आना होगा जिसके लिए आप हवाई मार्ग , ट्रेन या सड़क मार्ग का चयन कर सकते हैं |
नालंदा आने के पश्चात आप बिहार शरीफ के लिए प्रस्थान करेगे फिर आप टैक्सी या ई – रीक्शा के माध्यम से यहाँ तक पहुँच सकते हैं |
- निकटतम हवाई अड्डा : जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा , पटना
- निकटतम रेल्वे स्टेशन : बिहारशरीफ़ रेल्वे स्टेशन
- निकटतम बस स्टेशन : बिहारशरीफ़ बस स्टेशन
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
छोटी दरगाह कहाँ स्थित है ?
छोटी दरगाह बिहार राज्य के बिहार शरीफ में स्थित है |
मखदूम सुल्तान सैयद शाह अहमद चारमपोस तांग बरहाना रहमतुल्लाह अल्लैह किस शताब्दी के संत थे ?
मखदूम सुल्तान सैयद शाह अहमद चारमपोस तांग बरहाना रहमतुल्लाह अल्लैह 13 वीं शताब्दी के प्रसिद्ध संत थे |
बिहार शरीफ की छोटी दरगाह बड़ी दरगाह से कितनी दूर है ?
बिहार शरीफ की छोटी दरगाह बड़ी दरगाह से लगभग 4 km की दूरी पर स्थित है |
छोटी दरगाह के पास और कौन से महत्वपूर्ण स्थल है ?
छोटी दरगाह के पास कई प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण स्थल है जैसे बड़ी दरगाह, हिरण्य पर्वत, बाबा मणिराम अखाड़ा इत्यादि |
छोटी दरगाह पर किस उत्सव पर भीड़ होती है ?
छोटी दरगाह पर उर्स उत्सव पर काफी भीड़ होती है |
निष्कर्ष
बिहार शरीफ की छोटी दरगाह धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, जो साम्प्रदायिक सोहार्द और एकता का प्रतीक है| यह छोटी दरगाह मखदूम सुल्तान सैयद शाह अहमद चारमपोस तांग बरहाना रहमतुल्लाह अल्लैह की शक्तियों और शिक्षाओं को प्रदर्शित करता है |
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