विजय प्रकाश उर्फ पिन्नु
नूरसराय (अपना नालंदा)।बिहार कृषि विश्वविद्यालय (BAU), सबौर को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) से ग्रेड ‘A’ की मान्यता प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों की एक छह सदस्यीय टीम मंगलवार को नालंदा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय पहुंची। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में ‘उत्कृष्टता गौरव समारोह’ का आयोजन कर विश्वविद्यालय की उपलब्धि का उत्सव मनाया गया।
शोध, शिक्षा और अवसंरचना का किया गया मूल्यांकन
छह सदस्यीय टीम में विश्वविद्यालय के कृषि अधिष्ठाता डॉ. अजय साह, आईक्यूएसी निदेशक डॉ. अनशुमान कोहली, छात्र कल्याण निदेशक डॉ. श्वेता शाम्यवी, कार्य योजना निदेशक ई. केएस. रमन, आईसीएआर नोडल पदाधिकारी डॉ. राजीव रक्षित, और मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार शामिल थे। टीम ने महाविद्यालय के प्रक्षेत्र में जारी शोध कार्यों का निरीक्षण किया और संबंधित कृषि वैज्ञानिकों के साथ संवाद किया।
टीम ने वर्ग कक्ष, कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय, छात्रावास, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला, प्लांट प्रोटेक्शन लैब समेत अन्य आधुनिक प्रयोगशालाओं का अवलोकन किया और उनकी कार्यप्रणाली की सराहना की। छात्रों एवं वैज्ञानिकों से अलग-अलग बैठक कर शिक्षण व्यवस्था, शोध गतिविधियाँ और मूलभूत सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
छात्रों की मांगों पर मिला समाधान का आश्वासन
छात्रों द्वारा उठाई गई सुविधाओं की मांगों पर कृषि अधिष्ठाता ने आश्वासन दिया कि उन्हें उपलब्ध संसाधनों के अनुसार जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि सभी प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा ताकि विद्यार्थियों को व्यवहारिक शिक्षा के बेहतर अवसर मिल सकें।
राज्य और देश स्तर पर BAU की उपलब्धि
बीएयू, सबौर को मिला ग्रेड ‘A’ का दर्जा, बिहार का पहला कृषि विश्वविद्यालय बनने का गौरव प्रदान करता है जिसे NAAC से यह मान्यता प्राप्त हुई है। जानकारी के अनुसार:
पूरे भारत में कुल 74 कृषि विश्वविद्यालय हैं,
1170 विश्वविद्यालयों में से मात्र 200 को नैक की मान्यता मिली है,
बिहार के 39 विश्वविद्यालयों में से सिर्फ 5 को नैक मान्यता मिली है,
जिनमें बीएयू, सबौर समेत केवल दो विश्वविद्यालयों को ग्रेड ‘A’ का दर्जा प्राप्त हुआ है।
यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की गुणवत्ता, अनुसंधान, शिक्षण प्रणाली एवं समर्पित प्रयासों का परिणाम है।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों की ओर अग्रसर

टीम के अधिकारियों ने बताया कि बीएयू को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में लाने के लिए भी प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। साथ ही नालंदा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट महाविद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रणधीर कुमार, पीआरओ डॉ. बिनोद कुमार, डॉ. सीएस आजाद, डॉ. एसएस सोलंकी, डॉ. संतोष कुमार चौधरी, डॉ. अचिन, डॉ. नेहा रानी, डॉ. दिव्या तिवारी, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. बिर बहादुर सिंह समेत बड़ी संख्या में शिक्षक, वैज्ञानिक एवं छात्र उपस्थित थे।




