अपना नालंदा संवाददाता
हिलसा । थाना क्षेत्र के बड़ी घोसी गांव निवासी डोमन पांडे के घर में बीते शुक्रवार को खाना बनाने के दौरान भीषण आग लग गई थी। इस अग्निकांड में उनके सात माह की बच्ची और आठ साल का बेटा बुरी तरह झुलस गए। हादसे में घर का सारा सामान भी जलकर खाक हो गया। आगलगी के बाद परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया है।
आर्थिक तंगी के कारण परिजन दोनों बच्चों को इलाज के लिए पीएमसीएच ले तो गए, लेकिन पैसे की कमी के कारण बीच में ही इलाज छोड़कर उन्हें घर वापस ले आना पड़ा। इलाज के अभाव में दोनों बच्चे जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे। स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिलने से पीड़ित परिवार की हालत और बिगड़ती गई।
हालांकि, समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद कई सामाजिक कार्यकर्ता व संगठनों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। सोमवार को हिलसा नगर परिषद के मुख्य पार्षद धनंजय कुमार, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार और आरएसएस से जुड़े कार्यकर्ता पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। नवजात बच्ची की हालत देखकर सभी लोग स्तब्ध रह गए और परिवार की आर्थिक स्थिति पर गहरी चिंता जताई।
इन समाजसेवियों ने पीड़ित परिवार को 23 हजार रुपये नगद, खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सहायता प्रदान की। साथ ही दोनों बच्चों के समुचित इलाज की जिम्मेदारी भी स्वयं उठाई। उन्होंने कहा कि बच्चों के इलाज में जितना भी खर्च आएगा, उसे समाज के लोग मिलकर वहन करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस परिवार की हरसंभव सहायता की जाएगी।
समाजसेवियों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आपदा राहत के तहत उचित मुआवजा दिया जाए और बच्चों के इलाज की सरकारी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर मुख्य पार्षद धनंजय कुमार, विकास कुमार, रूपेश पटेल, संजय गराई, कृष्णा भारती, सुधांशु कुमार, आरएसएस से संजीव कुमार, सुव्रत हलदर, राजीव कुमार, पप्पू वर्मा, गोपाल जी, राहुल कुमार, प्रमोद कुमार, बबलू कुमार, राजेश कुमार, पंकज पांडे, मदन पांडे सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।