माता सुशीला इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के B.Ed. प्रशिक्षुओं का शैक्षणिक भ्रमण, बोधगया–सीताकुंड–विष्णुपद का करेंगे अध्ययन

Written by Sanjay Kumar

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संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)।माता सुशीला इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन, हिलसा सैयद बरही के सत्र B.Ed. 2024–26 के प्रशिक्षुओं को शैक्षणिक भ्रमण के लिए गुरुवार को रवाना किया गया। संस्थान के प्राचार्य डॉ. विश्वमोहन कुमार ने हरी झंडी दिखाकर बस को प्रस्थान कराया।

इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान प्रशिक्षुओं को बोधगया, सीताकुंड, विष्णुपद सहित अन्य प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। भ्रमण का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है, ताकि वे ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से स्थलों का गहन अध्ययन एवं विश्लेषण कर सकें। भ्रमण उपरांत प्रशिक्षु अपने अध्ययन पर आधारित प्रतिवेदन भी समर्पित करेंगे।
इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत कुमार गौतम ने कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक परिभ्रमण से प्रशिक्षु गुणवत्तापूर्ण, सरल एवं समाजोपयोगी शिक्षा प्रदान करने में सक्षम बनेंगे। उन्होंने धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार के ऐतिहासिक स्थल भारत के मानचित्र पर एक विशिष्ट और महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

प्राचार्य डॉ. विश्वमोहन कुमार ने कहा कि विष्णुपद कुंड जैसे स्थल केवल किसी एक धार्मिक कथा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे धर्म, इतिहास, परिवार, समुदाय और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच एक गहरा संबंध स्थापित करते हैं। ऐसे स्थल श्रद्धा, सम्मान और आत्मिक शांति का केंद्र हैं, जहां से लोग आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करते हैं।

शैक्षणिक भ्रमण के दौरान डॉ. विनोद कुमार (कार्यकारी सचिव), हरे राम सिंह, अरविंद प्रसाद यादव, सुरंजन कुमार, वीरेंद्र कुमार, डॉ. अरुण कुमार, प्रशिक्षण धीरज कुमार सहित अन्य शिक्षक एवं कर्मी उपस्थित रहे। वहीं प्रशिक्षुओं में रवि कुमार, दिव्या कुमार, सौरव कुमार, बिट्टू कुमार, राहुल कुमार, रवि शंकर कुमार, विनीता पटेल, खुशी कुमारी, आयुषी रानी, ममता कुमारी समेत अन्य छात्र-छात्राएं शामिल थे।

संस्थान प्रबंधन ने विश्वास जताया कि यह शैक्षणिक भ्रमण प्रशिक्षुओं के शैक्षिक, सामाजिक एवं नैतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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