सुभाष रजक
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। नालंदा कॉलेज, बिहारशरीफ में गुरुवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया। यह कार्यक्रम ‘अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस’ के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों, शिक्षकों एवं कॉलेज के कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. आर.पी. कच्छवे ने छात्रों से नशे से दूर रहने और समाज में सकारात्मक बदलाव के वाहक बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी ही समाज के निर्माण की आधारशिला है और नशे से बचकर वे देश को सही दिशा में ले जा सकते हैं।
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. बिनीत लाल ने 26 जून के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग आज एक वैश्विक समस्या बन चुका है और भारत के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से बिहार में शराबबंदी के बावजूद बढ़ते नशाखोरी के मामलों पर चिंता व्यक्त की।
पूर्व प्राचार्य डॉ. रामकृष्ण परमहंस ने भी छात्रों से नशे से दूर रहने की सलाह दी और कहा कि नशा केवल व्यक्तिगत जीवन को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है। उन्होंने छात्रों से नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह किया।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने नशा मुक्ति की शपथ ली और नशा विरोधी तख्तियों के माध्यम से जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. प्रभास कुमार, इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. रत्नेश अमन, एमबीए विभाग के सरवर अली, संजय कुमार, एनएसएस के वालंटियर्स एवं कई छात्र उपस्थित रहे।