अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र के खंदकपर, वार्ड संख्या-30 स्थित माँ देवी स्थान परिसर में मंगलवार को आषाढ़ी पथरू बली पूजा पारंपरिक श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक सहभागिता के साथ सम्पन्न हुई। यह पूजा खंदकपर की एक सौ वर्षों से भी अधिक पुरानी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत मानी जाती है, जो आज भी मोहल्ले की सामाजिक एकता और आस्था की मजबूत कड़ी बनी हुई है।
सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा का शुभारंभ हुआ। परंपरा के अनुसार पथरू (पत्थर) की प्रतीकात्मक बलि माँ देवी को अर्पित की गई। ऐसी मान्यता है कि यह बलि मोहल्ले की सुख-शांति, समृद्धि और सभी प्रकार के संकटों से रक्षा के लिए दी जाती है।
पूरे कार्यक्रम में महिलाओं, युवाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। महिलाओं द्वारा गाए गए भजनों और कीर्तनों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। ‘जय माता दी’ के जयकारों से क्षेत्र गूंज उठा।
पुजारी पंडित आनंदी ने बताया कि यह पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह मोहल्ले की सामाजिक एकता, सांस्कृतिक परंपरा और पीढ़ियों से चली आ रही सामूहिक आस्था का प्रतीक है।
वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि यह पूजा उनके पूर्वजों के समय से ही चली आ रही है। आज भी मोहल्ले के सभी लोग पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।
पूर्व वार्ड पार्षद अर्जुन गुप्ता ने माँ देवी स्थान को खंदकपर का सबसे प्राचीन पूजा स्थल बताया। उन्होंने कहा कि यह पूजा प्रतिवर्ष तेली साहू पंचायत के सहयोग से सम्पन्न होती है, जो मोहल्ले की सामाजिक एकजुटता को और अधिक मजबूत बनाती है।
श्रद्धालु स्वतंत्र कुमार ने इसे ‘ग्रामत पूजा’ बताते हुए कहा कि वे पिछले 65 वर्षों से इस परंपरा के साक्षी रहे हैं। यह पूजा विश्व कल्याण, रोगमुक्त समाज और आपसी सौहार्द की भावना से की जाती है।
पूजा के उपरांत सभी श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर पंचम गुप्ता, धर्म गुप्ता कचहरी, ईश्वर साव, कामो साव, विमल साव, संजय साव, ओमंत्र साब, दिलीप साव, बबलू साव, चंदन साव, मुकेश साव, हजारी साव, प्रदीप उर्फ टिंकू साव सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि खंदकपर की सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक एकता और लोक परंपरा का सशक्त उदाहरण भी प्रस्तुत करता है, जो समय के साथ और भी प्रगाढ़ होती जा रही है।