अपना नालंदा संवाददाता
थरथरी ।थरथरी थाना क्षेत्र के करियावां गांव स्थित महादलित टोले में पिछले तीन दिनों से असामाजिक तत्वों का तांडव जारी है। चोरी, मारपीट और फायरिंग की घटनाओं से क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इन घटनाओं के पीछे इलाके में हो रही शराब तस्करी मुख्य कारण है।
लगातार घटनाओं से डरे ग्रामीण, शिकायत करने से कतरा रहे लोग
टोले के एक महादलित निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गांव में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं के चलते लोग इतने डरे हुए हैं कि कोई भी व्यक्ति पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। पीड़ितों को असामाजिक तत्वों द्वारा जान से मारने की धमकी भी मिल रही है।
चोरी, मारपीट और फायरिंग की घटनाएं बनीं आम
सूत्रों के अनुसार, दो दिन पूर्व गांव के ही एक किसान, जो रात में गेहूं की दौनी कर रहा था, जब वह पानी पीने के लिए चापाकल पर गया, तभी असामाजिक तत्वों ने उस पर हमला कर दिया और बाद में हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई। इसी क्रम में बीती रात मंटू मांझी के घर में भी चोरी की कोशिश की गई, लेकिन परिवार के जाग जाने से चोर भाग निकले।
खाली घरों को बनाया जा रहा निशाना
महादलित टोले के अधिकतर पुरुष चिमनी भट्ठों पर काम के लिए गांव से बाहर हैं, जिसका लाभ उठाकर असामाजिक तत्व बंद पड़े घरों के ताले तोड़कर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
फायरिंग स्थल से पुलिस को मिला खोखा, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई
बीते दिनों हुई फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया है, लेकिन अब तक किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे असामाजिक तत्वों के हौसले और भी बुलंद हो गए हैं।
पुलिस कर रही जांच, अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं
थरथरी थाना प्रभारी उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि करियावां गांव में फायरिंग की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और जांच जारी है। हालांकि अभी तक किसी भी पीड़ित ने थाने में लिखित शिकायत नहीं दी है। उन्होंने बताया कि पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।




