अपना नालंदा संवाददाता
नगरनौसा। नगरनौसा प्रखंड अंतर्गत कैला पंचायत स्थित पंचायत सरकार भवन में शनिवार को कृषि जन कल्याण चौपाल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में किसानों को कृषि को अधिक लाभकारी बनाने के लिए उन्नत फसलों, नवीन तकनीकों और यंत्रीकरण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं।
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक अमित कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक जीवनशैली ने हमारे भोजन को भी प्रभावित किया है। आज लोग पारंपरिक पोषक अनाज जैसे महुआ, रागी, चीना, बाजरा को छोड़कर सिर्फ चावल और गेहूं पर निर्भर हो गए हैं। इसका असर न केवल हमारे स्वास्थ्य पर पड़ा है, बल्कि मिट्टी भी कुपोषण का शिकार हो गई है। उन्होंने कहा कि यदि हम पारंपरिक अनाजों को अपनाते, तो बाजार से टॉनिक और गैस की दवाओं की आवश्यकता नहीं होती।
सहायक प्रखंड तकनीकी प्रबंधक प्रवीण पांडेय ने समसामयिक फसल प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने धान की नर्सरी की तैयारी, रोपाई की तकनीक, और धान की सीधी बुआई के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी आगाह किया। उन्होंने कहा कि मिट्टी में पोषक तत्व होते हुए भी पौधों को उसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता, इसलिए अब समय आ गया है कि हम प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर लौटें।
कार्यक्रम में सहायक तकनीकी प्रबंधक अनुरूपा कुमारी, उप मुखिया जितेन्द्र प्रसाद, प्रगतिशील किसान अरविंद कुमार, अनिल कुमार, सहेंद्र कुमार, शशिकांत कुमार, दिनेश कुमार पटेल, जनार्दन प्रसाद, इंद्रजीत कुमार सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।