हरनौत (अपना नालंदा)। कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) नालंदा द्वारा हरनौत नगर पंचायत अंतर्गत रूपसपुर गांव में शुक्रवार को एक दिवसीय पोषण एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ केवीके के वैज्ञानिकों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हरनौत की मेडिकल टीम द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
केवीके की गृह विज्ञान वैज्ञानिक डॉ. ज्योति सिन्हा ने बताया कि यह शिविर वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सीमा कुमारी के निर्देशानुसार आयोजित किया गया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों को पोषण के प्रति जागरूक करना तथा स्वास्थ्य जांच के माध्यम से प्रारंभिक रोगों की पहचान करना था।
शिविर में कुल 153 ग्रामीणों ने भाग लिया, जिनमें से 103 लोगों की मेडिकल टीम द्वारा एनीमिया की जांच की गई। जांच में अधिकांश महिलाएं एवं बच्चे शामिल थे। इसके अलावा लोगों को संतुलित आहार, पोषण से भरपूर भोजन, मोटे अनाज (मिलेट्स), जैविक खेती, पोषण वाटिका, मशरूम उत्पादन एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर केवीके नालंदा के प्लांट पैथोलॉजी वैज्ञानिक डॉ. उदय प्रकाश नारायण, उद्यान विभाग की वैज्ञानिक कुमारी विभा रानी, मृदा विज्ञानी डॉ. यू. एन. उमेश, पशु एवं चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ. विद्याशंकर सिन्हा उपस्थित रहे। वहीं पीएचसी हरनौत की मेडिकल टीम में डॉ. दिनेश नाथ गुप्ता, डॉ. विजय कुमार, लैब टेक्नीशियन रंजीत कुमार एवं पीएमडब्ल्यू राजीव कुमार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे।
डॉ. ज्योति सिन्हा ने बताया कि पोषण एवं कृषि में सुधार के उद्देश्य से रूपसपुर गांव को केवीके द्वारा गोद लिया गया है। यहां ग्रामीण महिलाओं एवं किसानों को जैविक खेती, किचन गार्डन, मोटे अनाज तथा संतुलित आहार के महत्व के प्रति निरंतर जागरूक किया जा रहा है, ताकि गांव पोषण एवं खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके।







