संजय कुमार
बिहारशरीफ (अपना नालंदा)। नालंदा कॉलेज की सांस्कृतिक परिषद द्वारा पावन सावन माह के उपलक्ष्य में सावन महोत्सव का आयोजन बड़े उत्साह और पारंपरिक रंगों के साथ किया गया। इस आयोजन में छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी की।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. आर. पी. कच्छवे द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने सावन माह की धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“सावन की शुरुआत के साथ ही भारत में त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। यह महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित है और धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत होता है।”
कार्यक्रम की कन्वेनर डॉ. मंजु कुमारी ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि
“हमारा देश उत्सवों का देश है और ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़ाव महसूस करते हैं।”

सदस्य डॉ. बिनीत लाल ने बताया कि छात्र-छात्राएं पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे कार्यक्रम में शामिल हुए और मेहंदी, राखी निर्माण, सावन झूला, लोक संगीत और लोक नृत्य जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया। उन्होंने कहा कि“ऐसे कार्यक्रम छात्रों को अपनी संस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।”
महोत्सव का सफल संयोजन डॉ. प्रीति रानी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रत्नेश अमन द्वारा किया गया।
प्रतियोगिताओं में निर्णायक मंडल (ज्यूरी) के रूप में उपस्थित रहे:डॉ. संध्या सिन्हा (स्त्री रोग विशेषज्ञ),डॉ. भावना,डॉ. शशांक शेखर झा,डॉ. श्रवण कुमार,डॉ. चम्पा,डॉ. श्रद्धा कुमारी,डॉ. संजीत कुमार,डॉ. रामानुज चौधरी,डॉ. प्रगति पटेल।
सावन महोत्सव के इस आयोजन ने परिसर में सांस्कृतिक उत्सव और पारंपरिक उल्लास का वातावरण बना दिया, जिसे सभी ने खूब सराहा।