एनपीएस धर्मपुर में नहीं बना मिड डे मील, भूखे घर लौटे बच्चे

Written by Subhash Rajak

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बच्चों ने जताई नाराजगी, बीईओ ने कहा– यह गंभीर मामला, होगी जांच

हरिओम कुमार
हरनौत (अपना नालंदा)।प्रखंड के पोआरी पंचायत अंतर्गत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय (एनपीएस) धर्मपुर में गुरुवार को मिड डे मील (मध्यान्ह भोजन) नहीं बन सका। विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों ने बताया कि उन्हें दोपहर का भोजन नहीं मिला, जिससे वे भूखे ही अपने घर लौटने को मजबूर हो गए।

विद्यालय के छात्रों ज्योति, गोलू, कार्तिक और आयुष आदि ने बताया कि स्कूल में अक्सर मिड डे मील का खाना नहीं बनता है, जबकि सरकार की योजना के तहत रोज़ाना पका हुआ पौष्टिक भोजन दिया जाना अनिवार्य है।

सिर्फ एक रसोईया, वह भी नहीं आई

विद्यालय में चार शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें प्रधानाध्यापक ओम प्रकाश विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य में लगे थे। शिक्षिकाओं ज्योति कुमारी और प्रतिमा कुमारी ने बताया कि स्कूल में केवल एक रसोईया है, जो गुरुवार को अनुपस्थित थी। इसी कारण से भोजन नहीं बन सका। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक 87 छात्र नामांकित हैं, जिनमें से 59 बच्चे गुरुवार को उपस्थित थे।

विभागीय अधिकारियों ने लिया संज्ञान

एमडीएम प्रभारी सह बीआरपी शंभु कुमार ने बताया कि इस संबंध में उन्हें कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। वहीं ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) नितेश कुमार रंजन ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा,
“मिड डे मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पोषण प्रदान करना और उनकी शैक्षणिक उपस्थिति में सुधार लाना है। यदि किसी विद्यालय में नियमित रूप से भोजन नहीं बन रहा है, तो इसकी गहन जांच की जाएगी और ज़िम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।”

प्रखंड में 114 स्कूलों में मिलता है मिड डे मील

हरनौत प्रखंड के कुल 114 विद्यालयों में विभाग की ओर से मिड डे मील की आपूर्ति होती है, जबकि 9 विद्यालयों में एकता शक्ति फाउंडेशन (NGO) के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जाता है। लगभग 19,000 बच्चों को पीएम पोषण योजना के तहत पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाता है।

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