लो वोल्टेज की मार से बेहाल पावापुरी-गिरियक के लोग, पेयजल और बिजली सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित

Written by Sanjay Kumar

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मुन्ना पासवान
गिरियक (अपना नालंदा)। पावापुरी और गिरियक क्षेत्र के लोग बीते तीन दिनों से लो वोल्टेज की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। बिजली आपूर्ति भले ही हो रही है, लेकिन वोल्टेज इतना कम है कि न तो पंखा ठीक से चल रहा है, न कूलर और न ही एसी। गर्मी और उमस के बीच लोगों का जनजीवन प्रभावित हो गया है।

गिरियक प्रखंड का शायद ही कोई ऐसा इलाका हो, जो इस बिजली संकट से अछूता हो। ग्रामीणों का कहना है कि लो वोल्टेज की वजह से घरेलू उपकरण लगभग निष्क्रिय हो गए हैं। पंखे और कूलर बेहद धीमी गति से चल रहे हैं, जबकि एसी तो अधिकांश समय चालू ही नहीं हो पा रहे हैं।

सिंचाई में बढ़ी खपत, ट्रांसफार्मर पर बढ़ा दबाव

क्षेत्र में सिंचाई के लिए बड़े पैमाने पर पंपिंग सेट और मोटरों का उपयोग किया जा रहा है। इससे ट्रांसफार्मर और विद्युत लाइनों पर अतिरिक्त लोड पड़ रहा है, जिससे वोल्टेज घट रहा है। नतीजतन, न तो सिंचाई सही से हो पा रही है और न ही घरेलू उपयोग के लिए बिजली उपलब्ध हो रही है।

पेयजल संकट भी गहराया

बिजली की कमी के चलते मोटर पंप नहीं चल पा रहे, जिससे लोगों को पेयजल के लिए भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गर्मी और उमस के कारण जल की मांग बढ़ी है, लेकिन आपूर्ति बाधित है।

लोगों ने बताया कि “बिजली होने के बावजूद एसी चलाना मुश्किल हो गया है। पंखे सिर्फ नाम के लिए घूम रहे हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।”
एसडीओ पवन कुमार ने बताया कि
“गिरियक-पावापुरी क्षेत्र में सिंचाई के लिए मोटरों का अत्यधिक प्रयोग हो रहा है, जिससे वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो रही है। समस्या के समाधान के लिए ग्रिड से अतिरिक्त लोड की मांग की गई है। जल्द स्थिति सामान्य होगी।”

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