संजय कुमार
बिहारशरीफ(अपना नालंदा)। आज बुधवार को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (नालंदा), जो अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ से संबद्ध है, के बैनर तले जिले के नियमित और संविदा कर्मियों ने 11 सूत्री मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के माध्यम से कर्मियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा।
महासंघ के जिला अध्यक्ष जय वर्धन ने बताया कि यह प्रदर्शन अखिल भारतीय महासंघ के आह्वान पर देशभर में किया गया, जिसमें शिक्षक व कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना, प्रदर्शन और हड़ताल कर रहे हैं।
धरना को संबोधित करते हुए महासंघ के जिला मंत्री संजय कुमार ने कहा —
“हमारी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन योजना की बहाली, संविदा कर्मचारियों की नियमितीकरण, सभी रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति, आठवें वेतन आयोग का गठन और पांच वर्ष में एक बार आवधिक वेतन पुनरीक्षण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त चार श्रम कोड को लागू करने की प्रक्रिया पर रोक और 29 श्रम कानूनों को समाप्त करने की योजना वापस ली जाए।”
उन्होंने यह भी मांग की कि सभी कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और पेंशनभोगियों के लिए अस्पतालों में कैशलेस इलाज हेतु स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की जाए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को रद्द किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने मांगपत्र सौंपते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से अपेक्षा है कि वे कर्मचारियों और शिक्षकों की वास्तविक समस्याओं पर गंभीरता से विचार कर समाधान की दिशा में उचित कार्रवाई करेंगे।
इस प्रदर्शन में महासंघ की संयोजिका ज्योति सिंह, अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अरविंद कुमार, चिकित्सा संघ के संयुक्त मंत्री नदीम और प्रभाकर सुशील कुमार निराला, भूमि सुधार कर्मचारी संघ के जिला मंत्री विपिन कुमार, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार, सिंचाई संघ के जिला मंत्री कुमोद कुमार सिंह, संजनाथ दत्त, क्यूलियार, पुष्पराज, सोमनाथ, खुशबू कुमारी, अनुपमा कुमारी, राणा प्रदीप सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे।




