अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ।शिक्षकों की लंबित मांगों और शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ आगामी 21 जून को नालंदा जिला मुख्यालय में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन करेगा। यह फैसला विगत 16 जून को पटना स्थित बिहार विधान परिषद सभागार में संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसे लेकर अब जिला स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं।
मंगलवार को आवासीय मॉडल मध्य विद्यालय, भैसासुर में संघ की जिला कार्यसमिति की बैठक जिलाध्यक्ष रौशन कुमार की अध्यक्षता में हुई, जिसमें आंदोलन को लेकर रणनीति तय की गई। रौशन कुमार ने बताया कि नियमित, BPSC, नियोजित व विशिष्ट शिक्षक सभी 21 जून को बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा के पास धरने में शामिल होंगे और इसके पश्चात जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
उन्होंने बताया कि धरने का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित प्रमुख मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है:12 वर्षों की सेवा पूर्ण कर चुके नियोजित शिक्षकों को कालबद्ध प्रोन्नति देना,विशिष्ट शिक्षकों को सेवा निरंतरता का लाभ देना,वार्षिक वेतन वृद्धि, महंगाई भत्ता, आवास भत्ता आदि के अद्यतन भुगतान के लिए HRMS पोर्टल में सुधार,शनिवार को विद्यालय संचालन को मध्यावधि तक सीमित करना,HRMS ऑनबोर्डिंग की समस्याओं का समाधान,विशिष्ट शिक्षकों की सेवा पुस्तिका का विशेष कैंप के माध्यम से संधारण,प्रधानाध्यापक/प्रधान शिक्षक का शीघ्र पदस्थापन,वेतन विसंगतियों का समाधान और प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान सुनिश्चित करना,शेष शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ करना
,प्रशिक्षित शिक्षकों का बकाया अंतर राशि भुगतान,
अन्य लंबित बकाया वेतन व भुगतान जल्द निपटाना।
जिला महासचिव मो. इरफान मलिक ने शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “प्रखंड से लेकर जिला कार्यालय तक डाटा ऑपरेटर, अधिकारियों के ड्राइवर और क्लर्कों से जुड़े दलालों की मिलीभगत से रिश्वतखोरी हो रही है। शिक्षक जब अपनी समस्या लेकर कार्यालय जाते हैं, तो लिपिक उन्हें सीधे दलालों से मिलने को कहते हैं।” उन्होंने कहा कि इस भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ शिक्षक अब चुप नहीं बैठेंगे।
बैठक में जिला सचिव सुनील कुमार, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, संजय कुमार, अजय कुमार, दयानंद कुमार, नवीन कुमार सिंह, सूरज चौहान सहित अन्य शिक्षक भी मौजूद थे।




