अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ। राजगीर जू सफारी में गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर विविध जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास” रही, जो यह संदेश देती है कि मानव जीवन और पर्यावरण का संतुलित विकास एक-दूसरे के पूरक हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 8:30 बजे हुआ। इस अवसर पर जू सफारी के निदेशक राम सुन्दर एम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और मध्य विद्यालय, राजगीर के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ कई पर्यावरणविदों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम में नैचुरलिस्ट राहुल कुमार और उनकी टीम द्वारा बच्चों के लिए जैव विविधता एवं पर्यावरण पर आधारित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही उन्होंने बच्चों को कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी प्रदान कीं।
इस दौरान विभिन्न गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं, जिनमें सीमल, अर्जुन, इमली और बेल के बीजों से सीड बॉल (बीज गोले) बनाने की कार्यशाला प्रमुख रही। इसके अलावा पक्षी पहचान और वन्यजीवों के व्यवहार एवं जीवनशैली पर आधारित शैक्षणिक भ्रमण भी कराया गया।
सीड बॉल का छिड़काव आगामी मानसून सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा राजगीर की पहाड़ियों में किया जाएगा, जिससे क्षेत्र में हरियाली बढ़े और जैव विविधता को सुदृढ़ किया जा सके।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक राम सुन्दर एम ने कहा कि “राजगीर जू सफारी केवल वन्यजीव संरक्षण का केंद्र नहीं, बल्कि पर्यावरणीय शिक्षा का एक प्रभावशाली माध्यम भी है। प्रत्येक नागरिक को पर्यावरण सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।”
कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर सहायक वन संरक्षक अरविंद कुमार, वन क्षेत्र पदाधिकारी खुशबू, शिवम सिन्हा, बर्ड वॉचर राहुल कुमार, वनपाल निरंजन कुमार और वनरक्षी राजकुमार मंडल सहित अन्य अधिकारियों ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।




