अपना नालंदा संवाददाता
बिहारशरीफ । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजगीर इकाई द्वारा सेवार्थ आयाम के अंतर्गत सकोरा अभियान के तहत नगर क्षेत्र और जंगलों के विभिन्न स्थलों पर पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की गई। इस अभियान का उद्देश्य भीषण गर्मी में प्यास और भूख से जूझते पक्षियों को राहत पहुंचाना और आमजन में प्रकृति के प्रति करुणा और जिम्मेदारी की भावना जागृत करना है।
नगर उपाध्यक्ष बबलू सर ने आम जनता से अपील करते हुए कहा,
“पंछियों के लिए एक कटोरी दाना-पानी रखें – यह सिर्फ करुणा नहीं, बल्कि हमारी मानवीय जिम्मेदारी भी है।”
नगर मंत्री शुभम वर्मा ने कहा कि तेज गर्मी इंसानों के लिए जितनी असहनीय होती है, उतनी ही पीड़ादायक यह नन्हे पंखों वाले जीवों के लिए भी होती है। वे न तो अपनी प्यास कह सकते हैं और न ही भूख जता सकते हैं। हर साल हजारों पक्षी दाना-पानी के अभाव में दम तोड़ देते हैं।
ABVP के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष आनंद ने कहा,
“विद्यार्थी परिषद सेवार्थी आपसे अपील करता है कि अपने घर की छत, बालकनी या आंगन में एक कटोरी पानी और थोड़ा दाना जरूर रखें। यह छोटा-सा प्रयास हमारे पर्यावरण और जीव-जंतुओं के प्रति हमारी संवेदनशीलता को दर्शाता है।”
उन्होंने बाजरा, ज्वार या चावल जैसे अनाज और मिट्टी या स्टील के बर्तन में ठंडा पानी रखने की बात कही जिसे “जीवनदायिनी भेंट” बताया।
नगर सह मंत्री जानवी कुमारी ने अपनी कलाकृति के माध्यम से लोगों को जागरूक किया और कहा कि,
“हमारा उद्देश्य केवल मदद करना नहीं, बल्कि समाज में यह भावना उत्पन्न करना है कि हमें प्रकृति और जीव-जंतुओं के साथ समरसता से जीना चाहिए।”
इस अवसर पर उपस्थित प्रखंड संयोजक शुभम कुमार, रोहित कुमार, प्रतीक आनंद, अन्य कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थी परिषद के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में सामंजस्य और सहअस्तित्व की भावना को बल देते हैं।
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने संकल्प लिया—
“हर दिन एक कटोरी दाना और पानी रखें, और एक जान को जीवन दें। पंखों को उड़ान दें – सेवा ही संस्कार है।”




